Kanpur News : वायरल बुखार में पैरासिटामोल का असर कम, अस्पतालों में मरीजों की भीड़, ऐसे करें बचाव
कानपुर के अस्पतालों में वायरल बुखार के मरीजों की जुटी भीड़।
कानपुर के हैलट, उर्सला, केपीएम व कांशीराम में वायरल बुखार के मरीजों की भीड़ जुट रही है। रोजाना 1400 मरीज सरकारी ओपीडी में पहुंच रहे है।
कानपुर, अमृत विचार। शहर में इस समय डेंगू मलेरिया के साथ वायरल बुखार का हमला भी तेज हो गया है। बच्चे, युवा, महिला व बुजुर्ग, सब वायरल की चपेट में आ रहे हैं। यह बुखार लोगों की मांसपेशियों व जोड़ों पर सीधे हमला कर रहा है, जिस वजह से उनको चलने में दिक्कत हो रही है। वहीं, पैरासिटामॉल दवा का असर भी इस वायरल बुखार में मरीजों पर न के बराबर हो रहा है।
वायरल बुखार से ग्रस्त लोगों को चलने-फिरने में दिक्कत हो रही है। इलाज के लिए लोग हैलट, उर्सला, केपीएम व कांशीराम संयुक्त अस्पताल में पहुंच रहे हैं। वहीं, निजी क्लीनिक व नर्सिंग होम में भी मरीजों का तांता लग रहा है। सोमवार को सरकारी अस्पतालों की मेडिसिन ओपीडी में करीब 1400 मरीज इलाज कराने को पहुंचे, जिनमें हर तीसरा व चौथा मरीज वायरल बुखार के साथ ही खांसी, जुकाम, गले में दर्द, खराश, सर्दी के साथ बुखार, कमजोरी व चक्कर आदि की समस्याओं से पीड़ित था।
दो से तीन दिन दवा खाने के बाद भी लोगों को आराम मिलना मुश्किल हो रहा है, जिस वजह से उनको भर्ती करने की नौबत आ रही है। हैलट अस्पताल में सोमवार को करीब 50 से अधिक, उर्सला में 24, केपीएम में आठ व कांशीराम संयुक्त अस्पताल में 17 मरीजों को भर्ती किया गया। इनमें से कई मरीजों की प्लेटलेट्स भी रिपोर्ट में कम मिली।
अचानक चक्कर आकर गिर रहे लोग
बुखार की वजह से ऐसे करीब एक दर्जन से अधिक केस सामने आए हैं, जिनको पहले सिर में तेज हुआ दर्द, उसके बाद बुखार आने के बाद वह चक्कर खाकर गिर गए। वहीं, कई लोगों को पहले चक्कर आया, उसके बाद उनको तेज बुखार चढ़ने से हालत खराब हो गई। वहीं, तीन दिन से हो रही तेज धूप की वजह से भी लोगों के सिर में दर्द आदि समस्या हो रही हैं।
शरीर में दर्द व भूख न लगने की भी समस्या
हैलट अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि वायरल व इंफैक्शन की वजह से लोग अधिक बीमार हो रहे हैं। यह बुखार मांसपेशियों व जोड़ों पर सबसे तेज हमला कर रहा है, जिस वजह से लोगों को कमजोरी हो रही है। वायरल बुखार से ग्रस्त करीब 50 मरीज भर्ती किए गए, जिनमें आठ मरीज बेहोशी के रहे। वहीं, कुछ मरीजों में पैरासिटामोल दवा का असर काफी समय में हो रहा है, जिस कारण बुखार नहीं उतर रहा। लोगों को शरीर में दर्द होने के साथ भूख न लगने की भी समस्या हो रही है।
ऐसे करें बचाव
1.ज्यादा तले व भुने चीजों से परहेज करें।
2.रात को सोते समय मच्छर दानी का प्रयोग करें।
3.बासी भोजन खाने से परहेज करें।
4.दूषित पानी न पीएं, हो सके तो उबाल कर पीएं।
5.बाजार के फास्ट फूड से परहेज करें।
6.घर व आसपास विशेष सफाई रखें।
7.कटे फल का सेवन बिल्कुल न करें।
8.धूप से बचाव करें व सिर को ढकें।
