कानपुर देहात : इंडियन आर्मी अपने सैनिक को बचा सकती है तो बचा ले

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Published By Virendra Pandey
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कानपुर देहात/पुखरायां, अमृत विचार। अंबाला कैंट में तैनात कानपुर देहात के कैलई निवासी सेना जवान पवन शंकर अचानक बुधवार शाम को लापता हो गए थे। इसी बीच उनके मोबाइल नंबर से पत्नी के मोबाइल फोन पर एक मैसेज आया कि तुम्हारे पति को खुदा के पास भेज दिया है। पाकिस्तान जिंदाबाद..., इंडियन आर्मी अपने सैनिक को बचा सकती है तो बचा ले। गुरुवार को उनका शव रेल पटरी पर मिला। लेकिन मोबाइल उसके पास से नहीं मिला। घटनाक्रम से जुड़ा संदेश इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जानकारी पर परिवार में मातम पसर गया।

भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के कैलई गांव के मूल निवासी पवन शंकर अंबाला कैंट में सेना की 40 एडीएसआर यूनिट में तैनात थे। वह अपनी पत्नी के साथ अंबाला में ही रह रहे थे। बुधवार शाम वह मंदिर जाने की बात कह कर घर से निकले थे। लेकिन वापस नहीं लौटे। इधर जवान पवन के मोबाइल नंबर से उनकी पत्नी के मोबाइल फोन पर एक मैसेज आया। उन्होंने पवन के मोबाइल पर कॉल की। लेकिन वह स्विच ऑफ बता रहा था। पत्नी ने पवन के दोस्तों को भी फोन किया। लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। गुरुवार की सुबह एक शव अंबाला-दुखेड़ी रेल मार्ग पर पड़ा मिला। जीआरपी ने अज्ञात में शव को भेजते हुए शिनाख्त के प्रयास शुरू कर दिए। सेना के कुछ जवानों ने जीआरपी से संपर्क किया तो पहचान सेना जवान पवन शंकर के रूप में हुई। जैसे ही इसकी जानकारी उनके मूल गांव कलाई पहुंची तो परिवार में दुख का पहाड़ टूट पड़ा और बेटे की मौत की खबर पर मां मुन्नी देवी, पिता प्रेमशंकर, मौसा राजकुमार सचान का रो-रोकर बुरा हाल रहा। जवान का पार्थिव शरीर शुक्रवार देर रात तक पैतृक गांव कैलई पहुंचने की संभावना है। परिवार के लोगों का कहना है कि उक्त जगह और भी दो घटनाएं हो चुकी हैं। जिनका अब तक खुलासा नहीं हुआ है। आगे किसी जवान के साथ इस तरह की घटना ना हो। इसके लिए सेना को कल एक्शन लेना होगा।

सूबेदार की शिकायत पर दर्ज हुई थी गुमशुदगी

सेन जवान पवन शंकर बीती 6 सितंबर की शाम से लापता थे। पड़ाव थाना पुलिस ने लांस हवलदार की यूनिट के सूबेदार की शिकायत पर गुमशुदगी का केस दर्ज किया था। बुधवार रात 11.39 बजे पवन शंकर के नंबर से उसकी पत्नी के पास मैसेज आया था। जिसमें लिखा था कि तुम्हारे पति को खुदा के पास भेज दिया है। पाकिस्तान जिंदाबाद..., इंडियन आर्मी अपने सैनिक को बचा सकती है तो बचा ले। इसके बाद रात 11.42 बजे पवन के व्हाटसएप पर लास्ट सीन दिखाई दिया। मैसेज के बाद पत्नी पुलिस के पास पहुंची और सैन्य अफसरों से संपर्क साधा था। गुरुवार की सुबह पंकज का शव अंबाला-दुखेड़ी रेलमार्ग पर पड़ा मिला था।

सैन्य अधिकारी से जवान के मौत की मिली जानकारी

मृतक सेना जवान के मौसा राजकुमार सचान ने बताया कि पवन की बहन अंजू का उनके पास फोन आया था कि भैया लापता हैं और मिल नहीं रहे हैं। जिसपर उन्होंने मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो पता चला कि वह सेना के किसी अधिकारी का नंबर है। उन्होंने बताया कि हवलदार पवन शंकर की मौत हो गई है। शव की पहचान पत्नी रागिनी ने की है। इस तरह से परिजनों को जानकारी हुई।

मड़वा थाने में दर्ज किया गया केस

अंबाला के जीआरपी जवान धर्मवीर ने शव की पुष्टि करते हुए पवन के परिजनों को सूचना दी थी। शव के आसपास मोबाइल फोन नहीं मिला है। हालाकि मड़वा थाने में केस दर्ज हो गया है। जीआरपी अपने स्तर पर कार्रवाई कर रही है। सेना ने भी अपने स्तर से छानबीन शुरू कर दी है। परिजनों के मुताबिक जवान पवन शंकर के शरीर पर काफी चोट के निशान भी मिले हैं। अंबाला कैंट के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों का पैनल शव का पोस्टमॉर्टम करेगा।

जांच अधिकारी बोले आर्मी ढूंढते हुए थाने आई

मामले में जांच अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि गुरुवार शाम सात बजे रेलवे की तरफ से उनके पास मेमो आया था। जिसमें बताया गया कि शाहपुर गांव के पास रेलवे ट्रैक पर बॉडी पड़ी हुई है। शुरूआती जांच में यह एक्सीडेंटल बॉडी लगी। कार्रवाई के बाद हम बॉडी को वहां से ले आए। उसी दौरान कुछ आर्मी जवान किसी को ढूंढते हुए आए। उन्होंने कहा कि हमारा एक फौजी गायब है। उन्होंने बॉडी देखी और कंफर्म किया कि यह सैनिक ही है। इस संबंध में पड़ाव थाने में पर्चा भी दर्ज हुआ था। जांच के दौरान पता चला कि पत्नी के पास कोई मैसेज आया है। जिसे गंभीरता से जांच की जा रही है।

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