रुद्रपुर: ट्रैक्टर अदला-बदली प्रकरण में पीआरडी जवान सहित चार आरोपी गिरफ्तार

रुद्रपुर, अमृत विचार। ऊधमसिंह नगर में चर्चित ट्रैक्टर अदला बदली प्रकरण में सहायक आबकारी आयुक्त प्रवर्तन की गिरफ्तारी के बाद थाना पंतनगर पुलिस ने घटना में शामिल पीआरडी जवान सहित चार आरोपियों को दबोच लिया है। उनकी निशानदेही पर कार भी बरामद कर ली है। वहीं तैनात पीआरडी जवान की कहानी मनगढ़ंत निकली। पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।
मंगलवार को खुलासा करते हुए एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल और थाना पंतनगर प्रभारी राजेंद्र सिंह डांगी ने बताया कि 3 सितंबर की रात को जिला आबकारी कार्यालय से मुकदमाती खड़ा नया ट्रैक्टर गायब हो गया था और उसके स्थान पर दूसरा पुराना ट्रैक्टर खड़ा हुआ पाया गया। मामले की भनक लगने के बाद जिला आबकारी अधिकारी अशोक मिश्रा के आदेश पर आबकारी निरीक्षक खीमानंद शर्मा ने 5 सितंबर को सिडकुल चौकी पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा पंजीकृत करवाया। 6 सितंबर को पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों और सीडीआर के आधार पर सहायक आबकारी आयुक्त प्रवर्तन पन्ना लाल को मुख्य साजिशकर्ता माना और इस साजिश में अहम भूमिका निभाने पर हरपेज की गिरफ्तारी कर ली थी।
एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस ने जैसे ही प्रकरण की तफ्तीश आगे बढ़ाई तो घटना के वक्त तैनात पीआरडी जवान अवधेश कुमार की कहानी मनगढ़ंत लगी। सोमवार की देर रात सूचना के आधार पर पीआरडी जवान अवधेश कुमार निवासी भिलईयां खटीमा, घटना में शामिल मोहाली जंगल बेरिया दौलत थाना केलाखेड़ा, मोबिन निवासी बाजपुर और गांव मोतीपुर थाना गदरपुर निवासी बलजिंदर सिंह उर्फ पिंटू को गुल्लर चक्की बेरिया केलाखेड़ा के समीप गिरफ्तार कर लिया। साथ ही आरोपियों की निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त कार संख्या यूके-06-1210 को बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है, जबकि फरार दो आरोपियों की तलाश तेज कर दी है।
शातिर धर्मवीर और इंद्रजीत पकड़ से बाहर
रुद्रपुर। ट्रैक्टर बदलने के मामले में फंसे पूर्व पीआरडी जवान धर्मवीर और सहयोगी इंद्रजीत सिंह इतने शातिर हैं कि पुलिस की काफी कोशिशों के बाद भी गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस का मानना है कि सहायक आबकारी आयुक्त के बाद पूर्व पीआरडी धर्मवीर ही प्रकरण का दूसरा मुख्य सूत्रधार है। जिसने अपने पुराने साथी पीआरडी जवानों को ट्रैक्टर अदला बदली कांड के लिए राजी किया और सभी को फंसाने के बाद अपने साथी इंद्रजीत के साथ फरार चल रहा है।
आबकारी विभाग में पैठ बना चुका था अवधेश
रुद्रपुर। ट्रैक्टर अदला बदली प्रकरण में अपना किरदार निभाने वाले पीआरडी जवान अवधेश कुमार ने जिला आबकारी विभाग में अपनी ठीकठाक पैठ बना रखी थी। बताया कि कोविड काल में खटीमा का रहने वाला पीआरडी जवान अवधेश जिला आबकारी कार्यालय में ही रहता था और कार्यालय कर्मियों के लिए खाने की व्यवस्था करता था। कोविड काल के बाद उसकी तैनाती किसी दूसरे सरकारी कार्यालय में हो गयी थी। मगर शाम ढलते ही वह आबकारी कार्यालय में आकर ही रहता था। पिछले तीन सालों में उसने विभाग में अपनी खासी पैठ बना ली और 2 सितंबर की रात को सभी ने मिलकर अदला बदली की योजना बना डाली।
खुद को फंसता देख बदलने लगा कहानी
रुद्रपुर। ट्रैक्टर प्रकरण में 4 सितंबर की सुबह अदला बदली का मामला सामने आया तो उस वक्त रात को तैनात पीआरडी जवान अवधेश समझ चुका था कि मामला अब बढ़ चुका है। पुलिस ने तहरीर आने के बाद जब पूछताछ शुरू की तो उसने अपनी कहानी को बदलते हुए बताया कि पूर्व पीआरडी जवानों ने सहायक आबकारी आयुक्त का नाम लेकर उसे गुमराह किया था और शराब मुखबिरी की बात कहकर अपने साथ ले गए। पुलिस जांच में पाया गया कि 2 सितंबर को ही आरोपी ने मुख्य साजिशकर्ता के साथ मिलकर अदला बदली की कहानी समझ ली थी। इसके बाद ही सभी लोग कार्यालय पहुंचे तो वह जानबूझकर कुछ देर के लिए कार्यालय से गायब हो गया। आरोपी के झूठ की पुष्टि सीसीटीवी कैमरों और सीडीआर की रिपोर्ट में हुई है।
सहायक आबकारी आयुक्त पर हो चुकी है कार्रवाई
रुद्रपुर। जिला आबकारी कार्यालय से ट्रैक्टर अदला बदली के मुख्य साजिशकर्ता सहायक आबकारी आयुक्त प्रवर्तन पर विभागीय कार्रवाई हो चुकी है। 6 सितंबर को मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद तत्काल आबकारी सचिव ने सिडकुल पुलिस से आरोप पत्र की रिपोर्ट मांगी और राज्यपाल से अनुमोदन करवाकर 10 सितंबर की रात को ही सहायक आबकारी आयुक्त प्रवर्तन पन्ना लाल शर्मा को निलंबित कर दिया था।
अवधेश सहित सभी आरोपियों ने निभाया किरदार
रुद्रपुर। ट्रैक्टर अदला बदली प्रकरण में गिरफ्तार हुए पीआरडी जवान जहां साजिश का एक हिस्सा था। वहीं गिरफ्तार हरि सिंह, मोबिन और बलजिंदर सिंह उर्फ पिंटू ने घटना के दौरान अलग-अलग किरदार निभाया। बताया कि मोबिन व हरि सिंह जिला आबकारी कार्यालय के मुख्य मार्ग के तिराहे पर रैकी कर रहे थे। बलजिंदर सिंह के साथ ही फरार धर्मवीर और इंद्रजीत सिंह मिलकर ट्रैक्टर को बदलने में शामिल माने गए हैं, क्योंकि ट्रैक्टर लाने व ले जाने का किरदार बलजिंदर सिंह ही निभा रहा था।