पीलीभीत: पूर्व मंत्री ने दिया धरना, बोले- मुख्यमंत्री का आदेश बेअसर...निलंबित होने चाहिए डीएम

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Published By Vikas Babu
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पीलीभीत/ बीसलपुर, अमृत विचार। भाजपा विधायक विवेक वर्मा के पिता पूर्व मंत्री रामसरन वर्मा ने किसानों के साथ सोमवार को पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। छुट्टा पशुओं की समस्या का समाधान न होने पर जनपद में मुख्यमंत्री के आदेश को बेअसर बताया। साथ ही डीएम के निलंबन की भी मांग कर गए।  

भाजपा सांसद वरुण गांधी को लेकर भी कह दिया कि अगर वह चाहें तो गांव-गांव में गोशालाओं का निर्माण करा दें, और फिर वह घर बैठे ही चुनाव जीत जाएंगे। शाम को प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे और आश्वस्त कर धरना समाप्त कराया।

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बता दें कि गांधी और शास्त्री जयंती के मौके पर बीसलपुर मंडी समिति में पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को पूर्व मंत्री रामसरन वर्मा ने दोपहर एक बजे से धरना शुरू किया। इसमें क्षेत्र के बड़ी संख्या में किसान और समर्थक शामिल हुए। पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया, तो क्षेत्र की जनता द्वारा 2024 के लोकसभा चुनाव में वोट नहीं दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री का आदेश है कि जिला प्रशासन छुट्टा पशुओं को पकड़वाकर गोशाला में रखवाए, मगर यहां इस आदेश का असर दिखाई नहीं दे रहा है। छह अक्तूबर को मुख्यमंत्री जनपद में आ रहे हैं। हजारों लोग धरने पर बैठे और लाखों छुट्टा पशु सड़कों पर घूम रहे। मुख्यमंत्री के आगवमन को लेकर भी छुट्टा पशुओं को नहीं पकड़वाया जा रहा है। ऐसे डीएम को निलंबित कर देना चाहिए।

उन्होंने सांसद वरुण गांधी को लेकर भी बोला। कहा कि अगर सांसद वरुण गांधी चाहे तो गांव-गांव गोशाला बनवाकर घर बैठे चुनाव जीत लें, मगर उन्हे भी कोई परवाह नहीं है। 2024 में वोट मांगने के दौरान उन्हें इसका एहसास करा दिया जाएगा। वह यही नहीं रुके, यह कह दिया कि उनके कार्यकर्ता लोगों का शोषण कर धन कमा रहे हैं। जबकि हमारा कोई भी कार्यकर्ता किसी का शोषण नहीं कर रहा। जैसा नेता वैसा ही उसका कार्यकर्ता होता है।    

लोकसभा चुनाव के लिए एक ओर गठबंधन कर इंडिया सरकार बनाने की तैयारी में लगी हुई है। वहीं एनडीए खुद की सरकार बनाने का दावा कर रही है। सरकार बनाने के लिए एक-एक सांसद को जीतना होता है, मगर इस बार चुनाव तक किसानों की समस्याएं दूर नहीं हुई, तो 2024 में किसी को भी वोट नहीं दिया जाएगा। धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर टॉलियों में सवार होकर पहुंचे।

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