मुरादाबाद  : इजरायल-फिलिस्तीन तनाव से कारोबारी चिंतित, रूस-यूक्रेन युद्ध से भी कारोबार हुआ था प्रभावित

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
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प्रभाव : इजरायल में धातु कारोबार 20 करोड़ का होने का किया दावा, यूएसए के माध्यम से मुरादाबाद में निर्मित धातु उत्पाद की इजरायल में होती है आपूर्ति

मुरादाबाद, अमृत विचार। इजरायल-फिलिस्तीन के बीच तनाव बढ़ने से भारत के साथ ही मुरादाबाद के पीतल व अन्य धातु कारोबारियों की चिंता बढ़ती दिख रही है। कारोबारी इजरायल में अपना कारोबार प्रभावित होने की संभावना जता रहे हैं। हालांकि इजरायल को माल की सप्लाई होती है। लेकिन यहां निर्मित उत्पादों की सीधे सप्लाई इजरायल को न होना बताया जा रहा है। 

फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के लड़ाकों ने शनिवार सुबह इजरायल पर हमले किए। इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पट्टी पर हवाई हमले किए। इन हमलों में दोनों देशों के कई सौ लोगों की मौत हो गई। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमलों की निंदा करते हुए इजरायल के साथ खड़ा होने की बात कही। साथ ही इजरायल में रह रहे भारतीयों को सुरक्षित रहने के लिए कहा। इससे यहां के कारोबारी भी चिंतित 
नजर आए। 

डिजाइनको के मालिक विभोर गुप्ता और मार्क इंपैक्स यूनिट के मालिक सुहेल ने बताया कि इजरायल में युद्ध शुरू होने से जिले के धातु कारोबार पर असर पड़ेगा। लेकिन, वह बहुत अधिक नहीं होगा। चूंकि जिले की धातु निर्माता यूनिटों से इजरायल में सीधे कारोबार काफी कम है। लेकिन, यहां से यूएसए में पर्याप्त कारोबार है। यूएसए के माध्यम से मुरादाबाद में निर्मित धातु उत्पाद इजरायल में सप्लाई होते हैं। एक निर्यात ने बताया कि जिले से इजरायल के लिए सीधे धातु कारोबार माह में अधिकतम 20 करोड़ का होता है। 

उपायुक्त उद्योग योगेश कुमार ने बताया कि इजरायल में युद्ध शुरू होने का असर मुरादाबाद के धातु कारोबार पर दिखेगा। लेकिन, यह प्रभाव बहुत कम रहेगा। उन्होंने बताया कि जिले से आयरन व अन्य धातुओं से निर्मित सामान का विदेश में 11-12 हजार करोड़ रुपये का वार्षिक टर्नओवर है।  इसमें 70 प्रतिशत से अधिक पीतल की धातु से निर्मित होने वाले सामान होते हैं।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में जिले का वार्षिक टर्नओवर 11,337 करोड़ रुपये का हुआ था। रूस और यूक्रेन में युद्ध होने के कारण मुरादाबाद का कारोबार भी प्रभावित हुआ था। इस बीच पिछले वित्तीय वर्ष में वार्षिक टर्नओवर 10 हजार करोड़ रुपये रह गया था।  उन्होंने बताया कि जिले में मेटल से निर्माण वाली 39000 इकाईयां स्थापित हैं। ये वह उद्योग हैं जो पंजीकृत हैं। धातु कारोबार से जुड़े लोग बताते हैं कि जिले में धातु से बने तमाम तरह के बर्तन, डिजाइनदार और पूजन धातु सामग्री वाले बर्तनों की सप्लाई इजरायल में भी होती है। वहां यहूदी समुदाय को कैंडल स्टैंड (मिनोरा) खास  तौर से भाता है।

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