भगवान राम ने मां जानकी को पहनाई वरमाला, देवताओं ने की पुष्पवर्षा, गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से निकली राम बारात

प्रतापगढ़। अवध नगरी से भगवान श्रीराम की बारात मिथिला नगरी के लिए प्रस्थान की तो इस दृश्य देखने के लिए लोग उमड़ पड़े। घोड़ा-हाथी व मणियों की तरह चमकते रथों पर बैठे चारों भाइयों की झांकी देखते ही बन रही थी। भगवान श्रीराम व मां जानकी ने जैसे ही एक-दूसरे को वरमाला पहनाई तो जय सियाराम के जयकारे से पूरा वातावरण गूंजायमान हो उठा। आसमान से देवताओं ने फूलों की बारिश की तो हैरतअंगेज आतिशबाजी से आसमान की सतरंगी छटा दिखी।
श्रीरामलीला समिति के कलाकारों ने भगवान श्रीराम व मां जानकी के विवाह का ऐतिहासिक झांकी मंचन कर हर किसी को सीता-राम की भक्ति में सराबोर कर दिया। प्रयागराज-अयोध्या राजमार्ग पर स्थित घंटाघर चौराहे पर हाइड्रोलिक मंचन से बहुत ही आकर्षक तरीके से विवाहोत्सव हुआ। मां जानकी व भगवान श्रीराम की झांकी देखने को हर कोई आतुर रहा। देर रात तक भक्ति और आस्था का विहंगम नजारा बना रहा।
शहर के गोपाल मंदिर में दोपहर दो बजे गाजे-बाजे, घोड़ा, हाथी व रथों के साथ भगवान श्रीराम की बारात सजकर तैयार हुई। नगर पालिका अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह, रामलीला समिति के संरक्षक रोशनलाल उमरवैश्य, रवि अग्रवाल, श्याम शंकर सिंह, अध्यक्ष संजय खंडेलवाल, संयोजक दिनेश सिंह 'दिन्नू', मंत्री विपिन गुप्ता, कोषाध्यक्ष मनीष गुप्ता, राजू शर्मा, पंकज शुक्ल, राजेंद्र केसरवानी आदि ने आरती उतारी। इसके बाद बरात मिथिलानगरी को रवाना हुई।
चौक घंटाघर से स्टेशन होते हुए बारात लौटकर जेलरोड स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर पहुंची। यहां आरती पूजन के बाद बारात सीधे चिलबिला रवाना हुई। फूलों की बारिश के बीच जय श्रीराम के जयकारे से पूरा वातावरण राममय बना हुआ था। भ्रमण करते हुए रात में 10 बजे बरात घंटाघर चौराहे पर पहुंची। चौक घंटाघर पर हाईड्रोलिक सिस्टम से जयमाल हुआ।
जैसे ही भगवान राम व मां जानकी ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई, वैसे ही आतिशबाजी के साथ फूलों की बारिश शुरू हो गई। जय श्रीराम के जयकारे लगने लगे। इसके बाद सभी को प्रसाद वितरित किया गया। देर रात तक मंगलगीत गूंजते रहे। मंजीत सिंह छाबडा, लखन लाल बाबा, सुरेश अग्रवाल, संजय जैन, परमानंद मिश्र, शीतला सोनी, राकेश सादवानी, अमन गुप्ता, विवेक यादव आदि मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें: लखनऊ: अखिलेश यादव के बयान पर बोले अजय राय, कहा- सपा को कांग्रेस का सहयोग करना चाहिए