लखनऊ : स्तन कैंसर से स्वस्थ हुए मरीजों ने साझा किया अनुभव, कहा- बीमारी से डरना नहीं लड़ना जरूरी

Amrit Vichar Network
Published By Sachin Sharma
On

लखनऊ, अमृत विचार। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के शल्य चिकित्सा विभाग मे वोमन इनपावरमेन्ट ग्रुप की सदस्य एवं सर्जरी विभाग की डॉ. गीतिका नन्दा ने आज स्तन कैंसर 'विजया एक उत्सव" कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानन्द ने स्तन कैन्सर् से लड़कर स्वस्थ हुए मरीजों एवं सभा में उपस्थित अन्य लोगो को स्तन कैंसर के शुरुआती लक्षणों को बताने के साथ-साथ बच्चेदानी के मुँह के कैंसर के बारे में भी जागरूक किया।

उन्होंने बताया कि स्तन कैंसर के बाद महिलाओं में सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर बच्चेदानी के मुँह का कैंसर है, लेकिन इसका बचाव संभव है। इस बीमारी की वैक्सीन उपलब्ध है। बीमारी की रोकथाम के लिए 9-14 साल की लड़कियों का टीकाकरण आवश्यक रूप से कराना चाहिए।

इस अवसर पर स्तन कैंसर से स्वस्थ हुए मरीजों ने अपनी बातें रखी एवं अपने अनुभव साझा किये। उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर से लड़ने के लिए परिवार का सपोर्ट होना बहुत जरूरी है। सपोर्ट से ही मरीजों में इस बीमारी से लड़कर सही होने की उम्मीद बढ़ जाती है। उन्होंने कीमोथेरेपी के बाद होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में भी बताया।

उन्होंने कहा कि बाल झड़ने के बाद सामाजिक हीनता को भी झेलना पड़ता है लेकिन हमें हिम्मत नहीं हारनी है और इन सबसे डरना नहीं है, क्योंकि कैंसर से स्वस्थ होने के बाद यह सब परेशानियाँ दूर हो जाती है।इसके बाद सभी मरीजों को उपहार एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।

कार्यक्रम के दौरान पैरामेडिकल के छात्र- छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करके लोगो को बेस्ट कैंसर के बारे में जागरुक किया। उसके साथ ही रंगोली, पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। सभी प्रतिभागियों को ट्राफी एवं सर्टिफिकेट देकर पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर डॉ. पुनिता मानिक,इन्चार्ज, वोमेन इम्पावरमेंट सेल, डॉ. राजेश्वरी सिंघल, एसो.प्रो.पेरियोडेंटल , प्रो. अमिता जैन डीन, मेडिसिन एवं अन्य विभाग की फैकल्टी भी उपस्थित रहे।

यह भी पढ़ें: 6 साल में 14 बार बदली हत्या की विवेचना, हत्यारोपियों पर मुकदमा वादी का फर्जी अंगूठा लगाकर विवेचना बदलवाने का आरोप, सीएम सख्त

संबंधित समाचार