बरेली: विकास कार्यों में झोल...जनप्रतिनिधियों ने खोली सिस्टम की पोल
अच्छी सड़कों को बनाने का भेज रहे प्रस्ताव, जर्जर सड़कों की सुध नहीं ले रहे पीडब्ल्यूडी विभाग
बरेली, अमृत विचार। जनता की सुविधाओं और समस्याओं पर आधारित समन्वय बैठक में शुक्रवार को जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के सामने सरकारी सिस्टम की पोल खोल दी। विकास कार्यों में हो रहा खेल बताया। कहा कि अच्छी सड़कों को बनाने का प्रस्ताव भेजा जा रहा है और इन्हें ही बनाया जा रहा है, जबकि जर्जर सड़कों की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मंत्री, विधायकों ने सड़क, बिजली, स्वास्थ्य समेत कई मुद्दे उठाए। डीएम ने जनप्रतिनिधियों के मुद्दों को प्राथमिकता से लेकर अफसरों को कार्रवाई के निर्देश दिए।
शनिवार को अपराह्न विकास भवन में समन्वय बैठक बुलाई गई। मीरगंज विधायक डाॅ. डीसी वर्मा, फरीदपुर विधायक प्रो. श्याम बिहारी लाल ने कहा कि काफी सड़कें जर्जर हैं, जिन पर चलना दूभर हो रहा है। पीडब्ल्यूडी विभाग के जिम्मेदार उस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हें, लेकिन जो सड़कें बनी हैं या अच्छी हैं, उन्हीं का प्रस्ताव भेजा जाता है। इस पर डीएम ने विभागीय अफसरों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि उन्हीं सड़कों का प्रस्ताव भेजा जाए, जिनका प्रस्ताव विधायक दें। स्वीकृ़त हो चुकी सड़कों की सूची जनप्रतिनिधियों को दें और अधिक खराब सड़कों को प्राथमिकता में लिया जाए। प्रस्ताव में बदलाव करने की भी बात कही। अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी ने कहा कि 323 सड़कों को गड्ढा मुक्ति करने पर कार्य चल रहा है।
पीएचसी में डॉक्टरों की है कमी
वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने स्वास्थ्य विभाग की समस्या उठाई। कहा कि आयुष्मान कार्ड बनवाए जाएं। पीएचसी में डॉक्टरों की कमी है। बिथरी चैनपुर विधायक डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रशांत पेटल ने सुभाषनगर में बदायूं रोड पर जल निगम के कार्य की वजह से जाम लगने की समस्या को प्रमुखता से उठाया। कहा कि इससे जनता को बहुत परेशानी हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के तहत कार्य करने वाली एजेंसियां ग्राम प्रधानों के पास जा रही हैं। बिना सड़क बने और पानी की आपूर्ति चालू हुए बिना कार्य पूरे होने के प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर के लिए कह रही हैं। डीएम ने सीडीओ से इस पर रोक लगाने के आदेश दिए। इस दौरान पूर्व विधायक बहोरन लाल मौर्य, एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान, नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स, सीडीओ जग प्रवेश, सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए तेजवंत सिंह, डीसी मनरेगा मो. हसीब अंसारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
गैर हाजिर अधिकारियों को चेतावनी
डीएम ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि किसानों को पराली न जलाने के लिए समझाएं। बैठक में जिला गन्ना अधिकारी गैर हाजिर रहे। डीएम ने कहा कि बैठक से गैर हाजिर अधिकारियों के लिए चेतावनी पत्र जारी करने के आदेश दिए हैं। डीएम ने समीक्षा के दौरान बिजली विभाग को कलेक्ट्रेट, एसएसपी कार्यालय की बिजली नहीं काटने के आदेश दिए।
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