बरेली: तहसील में हंगामा, अमीन संघ के पदाधिकारी और भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम भिड़ी

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Published By Vishal Singh
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एसडीएम और तहसीलदार के सामने जमकर हुआ हंगामा, रिश्वतखोरी प्रकरण में दस्तावेज लेने पहुंची थी टीम, हंगामे के बाद बैरंग लोटी

बरेली, अमृत विचार। रिश्वतखोरी के मामले की जांच के दौरान सोमवार को सदर तहसील में एसडीएम और तहसीलदार के सामने ही संग्रह अमीन और भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम आपस में भिड़ गए। हाथापाई के बाद मारपीट होने से तहसील में अफरातफरी मच गई। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम संग्रह अमीन रामजी शरण के रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के मामले में कुछ दस्तावेज लेने पहुंची थी। काफी देर हंगामे के बाद वह बैरंग लौट गई। विवेचक अर्चना तेवतिया के मुताबिक उनकी ओर से इस मामले में कोतवाली में शिकायत की गई है, हालांकि कोतवाली पुलिस ने कोई शिकायत मिलने से इन्कार किया है।

भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने पिछले महीने पांच हजार की रिश्वत लेने के आरोप में तहसील सदर के संग्रह अमीन रामजी शरण को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके बाद कार्रवाई करने वाली टीम में शामिल इंस्पेक्टर और तहसील सदर के ही एक अन्य संग्रह अमीन समेत कई लोगों के साथ स्टेशन रोड पर एक होटल में खाना खाते हुए वीडियो सामने आया था। तभी सदर तहसील के संग्रह अमीन साजिश के तहत रामजी शरण को फंसाने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने इस मामले में डीएम, एसएसपी, कमिश्नर, भ्रष्टाचार निवारण संगठन के डीआईजी से निष्पक्ष जांच की भी मांग की है। इसके बाद इस मामले में एक जांच डीएम और दूसरी एसएसपी के आदेश पर हो रही है।

सोमवार शाम करीब पौने छह बजे भ्रष्टाचार निवारण संगठन की इंस्पेक्टर व विवेचक अर्चना तेवतिया टीम के साथ तहसील सदर में अमीन संघ कार्यालय में पहुंचीं। उन्होंने रामजी शरण के रिश्वत मामले से संबंधित दस्तावेज मांगे तो हंगामा शुरू हो गया। इस पर एसडीएम सदर रत्निका ने पूरी टीम काे अपने कार्यालय में बुला लिया। कुछ देर बाद टीम फिर अमीन संघ कार्यालय पहुंची। उसके रामजी शरण को ट्रैप करने वाले इंस्पेक्टर इश्तियाक वारसी भी थे। इसका पता लगते ही अमीन संघ के तमाम पदाधिकारी माैके पर आ धमके और विरोध जताने लगे। कुछ ही देर में विवाद बढ़ गया।

आरोप है कि हंगामे के बीच एक इंस्पेक्टर ने अमीन संघ मंडल अध्यक्ष सूर्यप्रकाश पटेल का गिरेबान पकड़ा तो संग्रह अमीन बुरी तरह भड़क गए। इसके बाद एसडीएम और तहसीलदार की माैजूदगी में ही बात हाथापाई से शुरू होकर धक्कामुक्की और मारपीट तक पहुंच गई। कुछ ही देर में तहसील के सारे कर्मचारी इकट्ठे हो गए।

आधा घंटे तक हंगामा चलने के बाद एसडीएम और तहसीलदार ने काफी कोशिश कर दोनों पक्षों को शांत किया। इसके बाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम सदर तहसील से लौट गई। अमीन संघ के मंडल अध्यक्ष सूर्यप्रकाश पटेल ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम दस्तावेज देने के लिए दबाव बना रही थी। विरोध करने पर रामजी शरण को बचाने का आरोप लगाते हुए सभी को जेल भेज देने की धमकी भी दी।

भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम दस्तावेज लेने के लिए तहसील आई थी, जहां टीम और अमीन संघ के लोगों के बीच कुछ गलतफहमी हो गई। मेरे कार्यालय की घटना नहीं है। मारपीट नहीं हुई है। मामले को शांत करा दिया गया है। टीम को जल्द ही दस्तावेज उपलब्ध करा दिए जाएंगे। - रत्निका श्रीवास्तव, एसडीएम सदर

लगातार संग्रह अमीन कार्यालय के चक्कर काटने के बाद भी केस से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। पिछले सप्ताह गए थे तो वहां कर्मचारियों ने फोटो खींचकर हंगामा शुरू कर दिया था। एसडीएम के दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए बुलाने पर सोमवार शाम पांच बजे फिर पूरी टीम के साथ गए थे। कार्यालय में दस्तावेज मांगने पर जोरावर, सर्वेश और सूर्यप्रकाश समेत 15-20 संग्रह अमीन एकजुट होकर हमलावर हो गए और हाथापाई के साथ बदसलूकी करने लगे। - अर्चना तेवतिया, इंस्पेक्टर/विवेचक, भ्रष्टाचार निवारण संगठन

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