Kanpur Kushagra Murder: प्रभात ने बरामद कराया चापड़ और कुशाग्र का मोबाइल, कोचिंग के साथी भी याद कर रोए

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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कानपुर में कुशाग्र के हत्यारोपियों को पुलिस ने रिमांड पर लिया।

कानपुर में कुशाग्र के हत्यारोपियों को पुलिस ने रिमांड पर लिया। इस दौरान हत्यारोपी प्रभात ने चापड़ और कुशाग्र का मोबाइल बरामद कराया।

कानपुर, अमृत विचार। रविवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच रायपुरवा पुलिस जेल पहुंची और जेल गेट के सामने ही जीप लगाकर करीब पौने दस बजे तीनों आरोपियों को अज्ञात स्थान की ओर ले गई। बाद में उन्हें क्राइम ब्रांच लाया गया, जहां पर उनसे सघन पूछताछ हुई। तीन टीमों ने अलग-अलग पूछताछ की।

डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रभात ने पुलिस को एक चापड़ बरामद कराया है। उसने बताया कि कुशाग्र उनको जानता था और उनके पास उक्त कोठरी के अलावा अपहृत को रखने का कोई स्थान नहीं था। कोठरी बीच बस्ती में है, इसलिए पहले ही तय हो गया था कि कुशाग्र को धोखे से यहां लाया जाएगा और हत्या कर दी जाएगी।

हत्या के बाद फिरौती कैसे वसूली जाएगी, इसके लिए उसने कुशाग्र की हत्या के बाद शाम पांच बजकर सात मिनट पर चंद सेकेंड का एक वीडियो अपने मोबाइल पर बनाया। इसमें कुशाग्र के हाथ पैर बांधते हुए उसे दिखाया गया। यही वीडियो परिजनों को भेजकर 30 लाख रुपये की फिरौती वसूलने की योजना थी। डीसीपी ने बताया कि कुशाग्र का मोबाइल भी बरामद हो गया है, जिसे फिरौती पत्र में स्कूटी के साथ फेंकने की बात कहीं गई थी। मोबाइल को प्रभात ने रेलवे लाइन के किनारे फेंका था। 

परिजन बोले, हम भी करेंगे

कुशाग्र का परिवार भी आरोपियों के सामने खड़े होकर पूछना चाहता है कि आखिर उनके कुशाग्र को क्यों मार डाला? कुशाग्र के चाचा ने पुलिस अधिकारियों से इच्छा जताई कि एक बार उन्हें व परिजनों को आरोपियों से बात करने का मौका दिया जाए। 

आठ नवंबर सुबह नौ बजे खत्म होगी रिमांड

पुलिस को हत्यारोपियों की पांच नवंबर की सुबह नौ बजे से लेकर आठ नवंबर को सुबह नौ बजे तक की रिमांड मंजूर हुई है। पुलिस रिमांड के दौरान चापड़, पॉलीथिन बैग सहित अन्य सबूत बरामद करने का प्रयास करेगी। 

अपहरण के बाद की गई थी हत्या 

रायपुरवा थानाक्षेत्र के आचार्य नगर निवासी कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया के बेटे कुशाग्र की 30 अक्टूबर को अपहरण फिर रात में हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में ट्यूशन टीचर रचिता वत्स, उसके प्रेमी प्रभात शुक्ला और प्रभात का दोस्त शिवा उर्फ आर्यन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।

कभी कोचिंग नहीं की बंक, याद कर रोये साथी 

कुशाग्र स्वरूपनगर स्थित मेनंस द इंस्टीट्यूट से कोचिंग कर रहा था। एक आशंका जताई जा रही थी कि कुशाग्र और प्रभात में ठीक-ठाक जान पहचान थी और वह पहले भी प्रभात के घर जाता रहा होगा, क्योंकि हाते में जाते वक्त कुशाग्र सामान्य दिखाई दे रहा है। एक बात यह भी उठी कि अगर ऐसा है कि वह कोचिंग में रेगुलर नहीं होगा।

मगर, रविवार को इन सवालों का जवाब कोचिंग इंस्टीट्यूट के शिक्षकों व छात्रों ने दिया। डेनियल सरकार ने बताया कि कुशाग्र कभी कोचिंग क्लास बंक नहीं करता था। उन्होंने बताया कि कुशाग्र पढ़ने में होशियार और बेहद मिलनसार था। रविवार को शिक्षकों व छात्र-छात्राओं ने मोतीझील में मोमबत्तियां जलाकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। सभी ने हत्यारोपितों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की और कुशाग्र की बातों को याद करके साथियों की आखें नम हो गईं। 

कुशाग्र को दी श्रद्धांजलि 

रविवार को भारत माता प्रतिमा घंटाघर पर कपड़ा कारोबारी के पुत्र कुशाग्र की आत्मा की शांति के लिए मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि दी गई। सभी ने दिवंगत कुशाग्र का चरित्र हनन बंद करते हुए हत्यारों को कोर्ट में फॉस्ट ट्रैक के तहत सुनवाई करते हुए फांसी की सजा देने की मांग की। इस दौरान कुशाग्र के रिश्तेदारों के साथ सुभाष यूथ सोसायटी के तत्वाधान में सोसायटी के संरक्षक भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश वरिष्ठ महामंत्री ज्ञानेश मिश्र, अध्यक्ष आलोक मिश्र ,कुशाग्र के मामा सोनू अग्रवाल, समाजसेवी पीके शुक्ला व्यापार मंडल के अब्दुल वहीद, निखिल गुप्ता, श्रीओम साहू, राकेश गुप्ता, नीरज गुप्ता, रोहित शुक्ला, नारायण दीक्षित, विवेक गुप्ता, गोपाल गुप्ता, शेखर गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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