Kushagra Murder News: कुशाग्र हत्याकांड में सीन किया रिक्रिएट… तीनों आरोपियों को घटनास्थल पर लेकर पहुंची पुलिस
कानपुर में कुशाग्र हत्याकांड में सीन किया रिक्रिएट।
कानपुर में कुशाग्र हत्याकांड में सीन किया रिक्रिएट। तीनों आरोपियों को घटनास्थल पर पुलिस लेकर पहुंची। वहां वारदात के तरीके को दोहराया गया।
कानपुर, अमृत विचार। कुशाग्र कांड में रिमांड पर लिए गए हत्यारोपियों को लेकर रविवार देर रात पुलिस घटनास्थल ओमनगर दर्शनपुरवा पर पहुंची। पुलिस ने टयूशन टीचर रचिता वत्स, प्रभात शुक्ला और शिवा उर्फ आर्यन को बैठा कर काफी देर पूछताछ की। पुलिस ने पूछा कि प्रभात की स्कूटी कहां खड़ी की गई, किस रास्ते से कुशाग्र को प्रभात घर के अंदर लेकर गया। उसके बाद पुलिस ने सीन रिक्रिएट किया।
इस दौरान एक पुलिसकर्मी को कुशाग्र बनाकर कोठरी में घुसते ही बंधक बनाने और भागने के दौरान कैसे उसे काबू किया इसका सीन दोहराया गया। उसके बाद पुलिस तीनों को लेकर थाने पहुंची जहां अफसरों ने फिर से पूछताछ की।
इतना तो साफ हो गया कि हत्याकांड में तीनों आरोपियों की बराबर की भूमिका थी। फिरौती के लिए लेटर भेजना केवल गुमराह करने की साजिश थी। पुलिस ने इस प्रकरण में रविवार को बोरी, पन्नी, चापड़, प्रभात की शर्ट, कुशाग्र का हेलमेट, बैग बरामद कराते हुए फोटोग्राफी कराई।
सेंट्रल पार्क में तैयार की हत्याकांड की योजना
पुलिस सूत्रों के अनुसार हत्यारोपियों ने पुलिस को बताया है कि कुछ समय पहले सेंट्रल पार्क दर्शनपुरवा में प्रभात शुक्ला, रचिता वत्स और शिवा उर्फ आर्यन तीनों ने मिलकर पूरे हत्याकांड को अंजाम देने के लिए योजना तैयार की थी। कई दिन बीत जाने के बाद भी मौका न मिलने पर शिवा उर्फ आर्यन ने पुलिस को बताया कि अपहरण की बात यह मान कर भूल गया कि दोनों ने योजना तो बनाई है पर ऐसा करेंगे नहीं।
लाखों का था कर्जा, कोचिंग पढ़ाकर ऊब चुकी थी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि टयूशन टीचर रचिता वत्स को पता था कि प्रेमी प्रभात शुक्ला पर लाखों का कर्ज है। इसके अलावा वह भी कोचिंग पढ़ाकर थक चुकी थी, उसे भी बेहतर जिंगदी चाहिए थी। इसलिए उसने प्रभात को हमेशा उकसाने का काम किया। यही कारण है कि घटना के सात दिन पूर्व ही रस्सी, चापड़, पन्नी खरीद ली गई थी।
पुलिस हिंदू मुस्लिम की दिशा पर दौड़ती रहेगी
कुशाग्र हत्याकांड में फिरौती पत्र में अल्लाह-हो-अकबर लिखकर आरोपियों ने बेहद खतरनाक मंसूबे पाले थे। उनका इरादा था अपहरण में मुस्लिमों का नाम सामने आने के बाद कोई न कोई हिंदूवादी संगठन विरोध करने या परिवार की मदद करने के नाम पर भीड़ लेकर जरूर पहुंचेगा। इतना वक्त उसका शव ठिकाने के लिए पर्याप्त होगा। यह भी सोचा था कि अगर शव पुलिस के हाथ नहीं लगा तो वह फिरौती लेकर भाग जाएंगे और पुलिस हिंदू मुस्लिम की दिशा में जूझती रहेगी। लेकिन लेटर लेकर पहुंचे शिवा की नादानी और गार्ड राजेन्द्र की सक्रियता ने हत्याकांड में सुराग दिला दिया।
हत्यारों को दी जाए फांसी की सजा
कुशाग्र अपहरण-हत्याकांड को लेकर उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल के साथ कुशाग्र के अपार्टमेंट में रहने वाले पड़ोसी और रिश्तेदार भी साथ रहे। महामंत्री ज्ञानेश मिश्र ने कहा कि दिवंगत कुशाग्र के चरित्र हनन न होने देने व हत्यारों पर 15 दिन में चार्जशीट लगाने की मांग की।
कहा कि आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए। साथ ही थोक बाजारों में हो रही चोरियों का खुलासा और त्योहारों के समय बाजारों में सुरक्षा बढ़ाने के साथ ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की मांग की। इस अवसर पर विजय गुप्ता, रजकुमार भगतानी, आशीष मिश्र, मनोज विश्वकर्मा, राजेश आहूजा, सुरेश हिंवानी, राकेश शर्मा, पवन गौड, राकेश गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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