मुरादाबाद : आयुष विंग में दवाओं का टोटा, रोगी परेशान
जिला अस्पताल में बुखार व जोड़ाें के दर्द के मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ रही दवा
आयुष भवन के बरामदे में रखे फार्म व अन्य सामग्री।
मुरादाबाद,अमृत विचार। पं. दीन दयाल उपाध्याय जिला अस्पताल परिसर में आयुष विंग में दवाओं का टोटा हो गया है। जोड़ों के दर्द सहित अन्य मरीजों को दवा बाहर से खरीदनी पड़ रही है। यहां के चिकित्सकों की ड्यूटी ओपीडी में भी लगा दी जाती है। जिससे जानकारी के अभाव में बड़ी संख्या में मरीज विंग से ही वापस लौट जाते हैं। यहां की बिजली आपूर्ति भी 20 दिन से ठप है। अस्पताल के बरामदे में जहां मरीज इंतजार करते है और योग सीखते हैं। वहीं दस्तावेज रखे गए हैं। जिससे मरीजों को परेशानी होती है।
जिला अस्पताल परिसर में वर्ष 2014 से आयुष विंग संचालित है। यहां प्रतिदिन करीब 50 से अधिक मरीज उपचार कराने आ जाते हैं। लेकिन, यहां तकरीबन दो माह से दवा नहीं हैं। जिसमें योगराज गुग्गुल, सिंहनाद गुग्गुल, चंद्रपूर्वा वटी, गिलोयघन वटी, सूध शेखर, कंचनार गुग्गुल, लवण भास्कर, हींग बाटक,अश्वगंधा चूर्ण गोली और सिरप, दशमूलारिष्ट, लोहाशव, अर्जुनारिष्ट सहित अन्य दवाएं नहीं है।
मरीजों ने सुनाई पीड़ा
उपचार कराने के लिए पहुंची सरिता,राजू व विशाल ने बताया कि काेरोना महामारी के समय से आयुष की दवा का सेवन किया जा रहा है। आयुष विंग में दर्द, बुखार सहित अधिकतर दवाएं नहीं हैं। यहां आने पर फार्मासिस्ट की ओर से बताया जाता है कि यहां दवा नहीं है।
चिकित्सक और फार्मासिस्ट की कमी
अस्पताल में तीन चिकित्सक के सापेक्ष दो चिकित्सक हैं। तीन फार्मासिस्ट के सापेक्ष दो फार्मासिस्ट है। एक योग टीचर भी यहां तैनात है।
20 दिन से बिजली की आपूर्ति ठप
आयुष भवन में 20 दिन पूर्व फाल्ट से बिजली की आपूर्ति ठप हो गई। यहां के स्वास्थ्यकर्मी कई बार इसकी शिकायत उच्चाधिकारियाें से कर चुके है। लेकिन, समस्या जस की तस बनी हुई है। बिजली की सप्लाई बहाल नहीं होने से नलकूप की मोटर बंद पड़ी है। जिससे पानी की टंकी सूख गई है। यहां के कर्मचारियों को शौचालय में जाने के लिए पानी बाहर भर कर लाना पड़ रहा है।
बरामदे में रखे हैं मूल्यांकन और सहमति पत्र
आयुष भवन में उपचार कराने के लिए जहां मरीज बैठते हैं। वहां स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के लिए सहमति पत्र, समुदाय आधारित मूल्यांकन प्रपत्र (सीबीएसी) संचारी रोग, क्षय रोग (टीबी) की प्रारंभिक जांच प्रपत्र सहित अन्य दस्तावेज रखे गए हैं। जिससे यहां आए मरीजों को परेशानी हो रही है। लेकिन, जिम्मेदार जानबूझकर अनजान बने हैं।
जिला अस्पताल के आयुष विंग का निरीक्षण कर जो भी अव्यवस्था होगी उसे दूर कराएंगे। मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराना ही उनकी प्राथमिकता है। -डॉ.कुलदीप सिंह, सीएमओ।
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