हनुमान जी की अद्भुत लीला! रामनगरी में बारिश के बाद भी 51 घाटों पर सजे 21 लाख दीपक भीगे तक नहीं, लोग अचंभित

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Published By Sachin Sharma
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अयोध्या। इसे दुर्लभ और ईश्वरीय संयोग ही कहा जाएगा जब जयंती पर हनुमंत लला ने मर्यादा पुरुषोत्तम के वनवास से अयोध्या आगमन पर मनाए जा रहे भव्य और दिव्य दीपोत्सव पर इंद्र देवता के आवेग को पूरी तरह थाम लिया। शनिवार सुबह साढ़े दस बजे जब बारिश शुरू हुई तब सब सकते में आ गए कि कहीं दीपोत्सव न प्रभावित हो।

डाॅ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन समेत जिला प्रशासन के जिम्मेदारों की धड़कनें भी बढ़ गई। हनुमंत जयंती पर हनुमानगढ़ी पहुंचे श्रद्धालु भी इसे दुर्लभ संयोग मान रहे हैं। प्रतिदिन हनुमानगढ़ी में शीश नवाने वाले सुरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हनुमंत लला अयोध्या के कोतवाल हैं।

आज शनिवार और जयंती पर दीपोत्सव में उन्होंने कोई भी बाधा नहीं आने दी। राम कथा पार्क घाट पर लगे स्वयंसेवकों मनोज सिंह, सृष्टि पांडेय, आराधना ने बताया कि एकबारगी लगा कैसे दीपक सुरक्षित रखे लेकिन मात्र पांच मिनट में ही बारिश की झड़ियां थम गईं। उन्होंने बताया कि खास बात यह रही कि दीपक भीगे तक नहीं।

बत्तियां भी पूरी तरह से सुरक्षित रहीं। हनुमंत लला का प्रताप रामनगरी पर छाया रहा, सड़कों और गलियां हल्की भीगी और साढ़े ग्यारह बजते-बजते पूरी तरह से सूख गईं।

शनिवार को बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं था। मौसम पूरी तरह से शुष्क बना रहने की संभावना थी। पश्चिमी विछोभ से हल्की बूंदाबांदी हुई। इतनी भी वर्षा नहीं हुई कि रिकॉर्ड की जा सके।

         डाॅ. अमरनाथ मिश्रा, मौसम वैज्ञानिक, आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज

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