बरेली: आईवीआरआई में घायल मिले की युवक की मौत, हत्या का आरोप

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Published By Vikas Babu
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अज्ञात व्यक्ति ने जिला अस्पताल में कराया था भर्ती, दिवाली की रात हुई मौत

बरेली, अमृत विचार। आईवीआरआई परिसर में घायल अवस्था में मिले युवक की दिवाली की रात इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराने वाले पर ही हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

आईवीआरआई में चतुर्थ श्रेणी पद पर कार्यरत ओमप्रकाश चौटाला ने बताया कि उनका बेटा कुलदीप (28) 11 नवंबर को घर से बाहर गया था। वह रात 11.15 बजे तक वापस नहीं आया। उन्होंने सोचा कि वह दोस्तों के साथ होगा। रात 11.30 बजे उनके मोबाइल पर एक व्यक्ति ने फोन करके बताया कि कुलदीप सड़क हादसे में घायल हो गया है।

उसने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। ओमप्रकाश के अनुसार कुलदीप की एक आंख बाहर की ओर निकली हुई थी। वहीं एक कान कटा था और सिर में पीछे भी चोट लगी थी। फोन करने वाले ने बताया था कि हादसा आईवीआरआई परिसर में हुआ है। इलाज के दौरान रविवार रात जिला अस्पताल में कुलदीप की मौत हो गई। उनका आरोप है कि कुलदीप की हत्या की गई है।

उन्होंने आईवीआरआई में तैनात एक कर्मचारी के बेटे पर हत्या का आरोप लगाया है। कहना है कि आरोपी उनके बेटे से रंजिश मानता है। इसी वजह से बेटे की हत्या करके शव फेंक दिया। उधर पुलिस का मानना है कि हादसा भी हो सकता है। इसलिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। पुलिस के अनुसार हत्या करने वाला व्यक्ति कभी अस्पताल में भर्ती नहीं कराता है।

परिजनों ने खड़े किए सवाल
कुलदीप के भाई संदीप ने बताया कि कुलदीप ने 10 नवंबर को नई स्कूटी खरीदी थी। आईवीआरआई परिसर में हादसा होने की बात उनके गले नहीं उतर रही है। उनका कहना है कि यदि हादसा होता तो स्कूटी भी क्षतिग्रस्त होती, जबकि स्कूटी पर स्क्रेच का निशान भी नहीं है। वहीं आईवीआरआई में कुलदीप पार्क में रोड से कुछ कदम की दूरी पर पड़ा था। वहीं घास में खून भी पड़ा है। उनका कहना है कि हादसे में हाथ और पैरों में भी चोट लगी होती, जबकि ऐसा नहीं है।

पिछले वर्ष छोटी दीपावली पर गई थी छोटे भाई की जान
परिजनों ने बताया कि पिछले वर्ष छोटी दीपावली के दिन आईवीआरआई गेट के पास ही कुलदीप के छोटे भाई सनी की मौत हो गई थी। परिजनों का कहना है कि उसकी भी हत्या हुई थी, लेकिन हादसा दर्शा दिया गया। अब उनका एक बेटा संदीप बचा है, उसकी भी जान का खतरा है। वहीं कुलदीप की पत्नी बबली, चार बेटियों और मां सुनीता का रो रोकर बुरा हाल है।

परिजनों ने मौखिक रूप से शिकायत की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट व अन्य जांच के बाद ही हकीकत पता चलेगी। पुलिस जांच कर रही है--- जयशंकर सिंह, इंस्पेक्टर इज्जतनगर।

वैज्ञानिक की हत्या का आठ साल बाद भी खुलासा नहीं
आईवीआरआई परिसर में दिसंबर 2015 में प्रमुख वैज्ञानिक दीपक शर्मा की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। पुलिस आठ सालल बाद भी खुलासा नहीं कर सकी है। पुलिस इस मामले की फाइल ही बंद कर चुकी है।

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