कानपुर: फर्जी पुलिस अधिकारी से असली पुलिस की फिर हुई मुठभेड़, पैर में लगी गोली, गिरफ्तार
जालौन। फर्जी पुलिस अधिकारी से असली पुलिस टीम की एक बार फिर से मुठभेड़ हो गई। पहली मुठभेड़ 10 नवंबर को हुई थी, जिसमे उसके पैर में गोल लग गई थी। पुलिस टीम ने घायलवस्था में उसे गिरफ्तार किया था। उपचार के लिए उसे हैलट अस्पताल कानपुर में भर्ती कराया था। पुलिस को चकमा देकर वह अस्पताल से फरार हो गया था। गुरुवार की शाम को वह बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के सर्विस रोड से कहीं जा रहा था, इसी दौरान पुलिस से उसकी मुठभेड़ हो गई।
जानकारी के अनुसार 10 नवम्बर को शातिर बदमाश जितेंद्र सिंह परिहार जो फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर लूटपाट करता था वह पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार हुआ था। पुलिस ने उसे हैलट कानपुर में भर्ती कराया जहां से वह फरार हो गया था। उस पर 21 मामले दर्ज थे। पुलिस अधीक्षक ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की थीं। गुरुवार को कुठौंद पुलिस, एसओजी व सर्विलांस टीम को कुठौंद क्षेत्र के बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे के सर्विस रोड पर चैकिंग के दौरान बाइक सवार को रोकना चाहा तो उसने फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की तो उसके पैर में एक गोली लग गई जिससे वह जमीन पर गिरपडा। पुलिस ने उसे घेरकर गिरफ्तार कर लिया। घायलवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। इसके बाद पुलिस के अधिकारियों ने चैन की सांस ली। वह लंबे समय से पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था। उस पर कानपुर अस्पताल से फरार होने के पहले 21 मामले दर्ज है।
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