बीआरएस दोबारा सत्ता में आई तो पूरे तेलंगाना में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां लगाएंगे: केसीआर

बीआरएस दोबारा सत्ता में आई तो पूरे तेलंगाना में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां लगाएंगे: केसीआर

मानाकोंडुर। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने सोमवार को कहा कि तेलंगाना क्योंकि भारी मात्रा में धान का उत्पादन करने में सफल हो गया है इसलिए बीआरएस अगर सत्ता में लौटी तो हर जगह खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापित किए जाएंगे जो स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार संसाधन बनेंगे।

एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केसीआर के नाम से चर्चित राव ने “फिटनेस प्रमाणपत्र” प्रणाली को खत्म करने का भी वादा किया। ऑटोरिक्शा चालकों के लिये हर साल यह प्रमाण-पत्र लेना आवश्यक है। 

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह वही पार्टी है जिसने लोगों की इच्छा के खिलाफ (1950 के दशक में) तेलंगाना का आंध्र प्रदेश में विलय किया था। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) प्रमुख ने दोहराया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का कार्यकाल भूख से मौत, नक्सली आंदोलनों और मुठभेड़ों से ग्रस्त था। उन्होंने याद दिलाया कि जब तक पूर्व मुख्यमंत्री एन.टी. रामा राव (अविभाजित आंध्र प्रदेश में) सत्ता में नहीं आए और लोगों को दो रुपये प्रति किलोग्राम चावल की पेशकश नहीं की, तब तक केवल भुखमरी का जीवन था। 

उन्होंने तेलंगाना के लिए एक भी मेडिकल कॉलेज और नवोदय स्कूल को कथित तौर पर मंजूरी नहीं देने के लिए भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना की।

राव ने कहा, “हम क्योंकि करोड़ों टन धान का उत्पादन कर रहे हैं, इसलिए जहां भी आवश्यकता होगी हम खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करेंगे ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके। हम युद्धस्तर पर दो कमरों वाले मकान बनाएंगे, अगले पांच साल में हम मकान बनाएंगे।” राव ने कहा कि उनकी सरकार के उपायों और किसान हितैषी योजनाओं के कारण राज्य अब सालाना तीन करोड़ टन धान उत्पादन के साथ देश में शीर्ष पर है।

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