लखनऊ: हलाल सर्टिफिकेट बांटने वाली कंपनियों पर यूपी एसटीएफ की निगाहें हुईं टेढ़ी, चेन्नई, मुंबई और दिल्ली जाएगी टीम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हलाल प्रोडक्ट पर बैन के बाद यूपी एसटीएफ की निगाहें तिरछी हो गईं हैं। यूपी एसटीएफ की रडार पर हलाल सर्टिफिकेट बांटने वाली कंपनियां आ गई हैं। हलाल सर्टिफिकेट के जरिए पीएफआई, सिमी, वहादत-ए-इस्लामी जैसे कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों को टेरर फंडिंग की जांच की कमान यूपी एसटीएफ ने संभाल ली है। इस मामले की जांच एडिशनल एसपी विशाल विक्रम सिंह की अगुआई में बनी टीम करेगी।
जांच संभालते ही एसटीएफ की टीम ने लखनऊ पुलिस व FSDA से FIR की कॉपी, हलाल प्रमाणीकरण और इससे जुड़े उत्पादों के लिए अब तक हुई कार्रवाई के दस्तावेज जुटाने शुरू कर दिए।
सूत्रों के मुताबिक, प्रमाणपत्र देने वाली संस्थाओं के बारे में जानकारी जुटाने और पूछताछ के लिए एसटीएफ टीमें जल्द मुंबई, दिल्ली और चेन्नै भी जाएंगी। बता दें कि यूपी में हलाल प्रमाणित उत्पादों की बिक्री के मामले में बीजेपी नेता शैलेंद्र कुमार शर्मा की हजरतगंज में शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्होंने 17 नवंबर को एफआईआर दर्ज करवाई थी। इसके अगले दिन 18 नवंबर को योगी सरकार ने यूपी में हलाल सर्टिफिकेट वाले उत्पादों के कारोबार पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस FIR में हलाल प्रमाणपत्र देने वाली चार संस्थाओं हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चेन्नै, जमीयत उलेमा हिंद हलाल ट्रस्ट दिल्ली, हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया मुंबई और जमीयत उलेमा मुंबई समेत कई अज्ञात कंपनियों के मालिकों और प्रबंधकों का नाम शामिल था।
यह भी पढ़ें: लखनऊ: हलाल सर्टिफिकेट से जुड़े आइटम के लिए लखनऊ में चला सर्च अभियान
