बरेली: गन्ना की अवैध खरीद में चीनी मिल अधिकारियों के नाम भी एफआईआर में शामिल

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Published By Om Parkash chaubey
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जिलाधिकारी की फटकार के बाद मीरगंज पुलिस ने बढ़ाए तीन नाम, पुलिस ने किया था खेल, रविवार को लभेड़ा चौकी के पास पकड़ी गई थी रामपुर चीनी मिल में जा रहीं गन्ने की ट्रालियां कराया गए मुकदमें में बढ़ाए तीन नाम

बरेली, अमृत विचार : रामपुर की चीनी मिल में अवैध रूप से गन्ना ले जाने के मामले में दर्ज रिपोर्ट में पुलिस ने खेल कर दिया। पुलिस तहरीर में होने के बावजूद मिल कर्मचारियों के नाम एफआईआर में शामिल नहीं किए। अब जिलाधिकारी की फटकार के बाद मिल के तीन कर्मचारियों के नाम एफआईआर में बढ़ा दिए गए हैं।

सहायक चीनी आयुक्त मनीष कुमार शुक्ला ने बताया कि रविवार रात जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के निर्देश पर जिला गन्ना अधिकारी यशपाल सिंह के साथ मीरगंज के लभेड़ा चौकी रामपुर की तरफ जा रहीं दो ट्रालियों में अवैध रूप से लदा गन्ना पकड़ा था। यह गन्ना रामपुर की राणा चीनी मिल ले जाया जा रहा था। जांच में दोनों ट्रैक्टर चालक गन्ने के सट्टे की पर्चियां समेत कोई अभिलेख नहीं दिखा सके।

मीरगंज गन्ना विकास समिति के प्रभारी सचिव गीतेंद्र सिंह ने इस मामले में रामपुर के श्रवण कुमार, बहेड़ी के हरद्वारी लाल और प्रेम सिंह, राणा शुगर मिल के अध्याशी गुरुबख्स सिंह, गन्ना महाप्रबंधक केपी सिंह और जीवेंद्र सिंह के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी। इसमें साफतौर पर चीनी मिल कर्मियों की साठगांठ से अवैध तरीके से गन्ना की खरीद होना बताया गया था।

इसके बाद भी पुलिस ने मिल के किसी कर्मी पर रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी। गन्ना अधिकारी ने जिलाधिकारी को पूरे प्रकरण से अवगत कराया। इसके बाद मीरगंज पुलिस ने फटकार पड़ने पर आनन फानन में दर्ज कराए गए मुकदमे में चीनी मिल के दोनों अधिकारी और एक कर्मी का नाम भी शामिल कर लिया है।

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