देवोत्थानी एकादशी आज: इंतजार खत्म, मांगलिक कार्य शुरू… शहर में इतने हजार शादियां होने का अनुमान
कानपुर में आज से मांगलिक कार्य शुरू हो गए।
कानपुर में देवोत्थापी एकादशी आज है। आज से ही मांगलिक कार्य शुरू हो रहे है। शहर में तीन हजार शादियां होने का अनुमान है। 16 दिसंबर से खरमास लगेगा।
कानपुर, अमृत विचार। गुरुवार को देवोत्थानी एकादशी है। श्री हरि विष्णु चार माह के बाद शयनकाल से जागेंगे। इसी के साथ ही शादी, मुंडन व अन्य मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। गुरुवार को रात में शालिग्राम और तुलसी माता का विवाह किया जाएगा। अत्यंत शुभ होने के कारण इस दिन विवाह के लिए सर्वोत्तम मुहूर्त होता है। गुरुवार को शहर में तीन हजार विवाह होने का अनुमान है।
ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज कुमार द्विवेदी के मुताबिक कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवोत्थानी एकादशी के नाम से जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस तिथि पर ही भगवान विष्णु क्षीरसागर में चार माह के शयन के बाद जागे थे। इसलिए इस तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। देवोत्थानी एकादशी के बाद मुंडन, विवाह, गृह प्रवेश आदि जैसे मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे।
मान्यता है कि तुलसी विवाह करने से कन्यादान के समान फल की प्राप्ति होती है, इसलिए यदि किसी व्यक्ति की कन्या न हो तो उसे तुलसी विवाह करके कन्या दान का पुण्य कमाना चाहिए। साथ ही तुलसी और भगवान शालिग्राम का विधिवत पूजन करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसके अलावा 16 दिसंबर से एक माह का खरमास रहेगा, इसलिए 16 दिसंबर से शुभ कार्य बंद हो जाएंगे। फिर मकर संक्रांति के बाद पुनः मांगलिक कार्य होंगे।
तुलसी विवाह का मुहूर्त
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 22 नवंबर को रात 11.03 बजे से शुरू हो गई जो 23 नवंबर की रात 09.01 बजे तक है। एकादशी तिथि पर रात्रि पूजा का मुहूर्त शाम 05.25 से रात 08.46 तक है।
विवाह मुहूर्त
नवंबर - 23, 24, 27, 28 और 29
दिसंबर - 3, 4, 5, 6, 7, 9, 10, 13, 14 और 15
