बरेली: सेंट फ्रांसिस स्कूल में अभिभावकों ने किया जमकर हंगामा, जानें पूरा मामला

बरेली: सेंट फ्रांसिस स्कूल में अभिभावकों ने किया जमकर हंगामा, जानें पूरा मामला

बरेली, अमृत विचार। स्टेडियम रोड पर सेंट फ्रांसिस स्कूल में सोमवार को नर्सरी और प्री नर्सरी में प्रवेश के लिए सैकड़ों फार्म बेचने के बाद आयु सीमा संबंधी दूसरा नोटिस चस्पा कर दिए जाने अभिभावकों ने शोरशराबा शुरू कर दिया।

स्कूल प्रशासन ने इसके बाद फार्म वितरण ही बंद कर दिया तो सुबह से लाइन में लगे अभिभावक और ज्यादा भड़क गए। स्कूल में जमकर हंगामा हुआ। प्रधानाचार्य ने इस दौरान अपना कमरा अंदर से बंद कर लिया। काफी देर हंगामे के बाद अभिभावक लौट गए।

सेंट फ्रांसिस स्कूल में सोमवार को नर्सरी और प्री नर्सरी कक्षाओं में सत्र 2024 में प्रवेश के लिए फार्म वितरण किया जा रहा था। स्कूल प्रशासन ने एक फार्म का मूल्य सात सौ रुपये निर्धारित किया था। बोर्ड पर चस्पा नोटिस पर एक जनवरी 2021 से 31 दिसंबर 2021 के बीच पैदा हुए बच्चों को नई शिक्षा नीति के तहत प्रवेश के लिए अर्ह बताया गया था।

फार्म लेने के लिए सुबह से स्कूल कार्यालय के बाहर अभिभावकों की लंबी लाइन लगी हुई थी। सैकड़ों लोगों के फार्म लेने के बाद जब उनकी निगाह नोटिस बोर्ड पर पड़ी तो चर्चा शुरू हो गई कि दो साल के बच्चों को कैसे प्रवेश दिया जा सकता है। कुछ अभिभावकों ने स्टाफ से पूछताछ की तो आननफानन बोर्ड से नोटिस को हटा दिया गया। इसके साथ अभिभावकों को फार्म देने से भी इन्कार करना शुरू कर दिया।

इस पर स्कूल में शोरशराबा शुरू हो गया। कुछ ही देर में बोर्ड पर दूसरा नोटिस चस्पा कर दिया गया जिसमें प्रवेश के लिए बच्चों का जन्म एक जून 2020 से अप्रैल 2021 के बीच जरूरी बताया गया था। इससे पहले चूंकि तमाम ऐसे अभिभावक फार्म खरीद चुके थे जिनके बच्चों का जन्म इस अवधि में नहीं हुआ था, लिहाजा जमकर हंगामा शुरू हो गया।

प्रधानाचार्य ने स्टाफ की गलती बताकर कन्नी काट ली और अपने कार्यालय को अंदर से बंद करा लिया। काफी देर हंगामे के बाद तमाम अभिभावकों को बगैर फार्म लिए ही लौटना पड़ा। कुछ ही देर हंगामे का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। प्रधानाचार्य ने इस बारे में मीडिया से भी कोई बात करने से इन्कार कर दिया।

सेंट फ्रांसिस स्कूल में हुए विवाद के संबंध में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। निजी स्कूलों में किसी भी कक्षा में प्रवेश सरकार की ओर से निर्धारित मानकों के अनुरूप ही किए जा सकते हैं। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी। - संजय सिंह, बीएसए

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