मथुरा: श्रीकृष्ण जन्मभूमि और मस्जिद की ओर के सभी रास्तों पर प्रतिबंधित किए वाहन 

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Published By Ashpreet
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मथुरा। भगवान श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मूल गर्भगृह पर छह दिसंबर को हिंदूवादी संगठनों के दीपदान व जलाभिषेक करने के ऐलान के मद्देनजर श्रीकृष्ण जन्मस्थान और शाही मस्जिद ईदगाह परिसर की किलेबंदी कर ली गई है। हालांकि, दोनों ही धार्मिक स्थलों पर पहले से त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू है, लेकिन बावजूद बड़ी संख्या में अतिरिक्त जवान भी सुरक्षा में लगाए गए हैं।

शहर को दो सुपर, चार जोन व आठ सेक्टरों में विभाजित कर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। दोनों ही धार्मिक स्थलों की ओर जाने वाले सभी मार्गाें पर बुधवार को छोटे-बड़े सभी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया है। इधर, दोपहर में डीएम एसएसपी ने दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों की कलक्ट्रेट सभागार में बुलाई बैठक में शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, किसी के उकसावे में न आएं और अफवाहों पर ध्यान नं दिया जाए।

जो भी लोग किसी को उकसाने और अफवाह फैलाने की कोशिश करेंगे, उनके बख्शा भी नहीं जाएगा। वहीं, एक दर्जन से अधिक हिंदूवादी संगठनों के नेता भी सीधे पुलिस के रडार पर आ गए हैं। उनको कभी नजर बंद किया जा सकता है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास ने छह दिसंबर को श्रीकृष्ण जन्म स्थान के मूल गर्भगृह पर दीपदान करने की पूर्व घोषणा पर आज भी कायम बना हुआ है।

जिला पंचायत अध्यक्ष किशन सिंह चौधरी ने इस दिन रामलीला मैदान में 51 कुंडीययज्ञ करन की घोषणा को वापस लेते हुए कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। अखिल भारतीय हिंदू महासभा भी यमुना के विश्राम घाट पर यज्ञ करने के साथ राममंदिर आंदोलन में बलिदान देने वाले कार सेवकों की आत्मशांति को पिंडदान कार्यक्रम की घोषणा पर अड़ी हुई है। इससे तनाव की स्थिति पैदा हो सकती है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए है।

शांति व्यवस्था को खतरा पैदा करने वाले लोगों को पाबंद किया गया है। एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया, दोनों ही धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी गई है। दो सुपर, चार जोन और आठ सेक्टर में शहर को विभाजित कर अतिरिक्त सिविल पुलिस, आरएएफ और पीएसी के जवान तैनात किए गए है। हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है। अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस के जवान गश्त कर रहे हैं। धार्मिक संगठनों के प्रमुखों से भी वार्ता का दौर जारी है। 

यह होगी यातायात व्यवस्था

गोकुल रेस्टोरेंट से मसानी, मसानी चौराहा से डीग गेट चौकी, भूतेश्वर तिराहे से केजीएस, भरतपुर गेट से डीगगेट, अमरनाथ कट से केजीएस, पोतराकुंड मोड एनएच-19 से केजीएस, यादव चौराहा से केजीएस, रूपम सिनेमा तिराहे से केजीएस की भी वाहन नहीं जा सकेगा। छह दिसंबर को वाहनों की आवाजाही इन मार्गाें पर प्रतिबंधित कर दी गई है।

इनको दूसरे मार्गाें से होकर उनके गंतव्य के लिए निकाला जाएगा। गोवर्धन चौराहे से भूतेश्वर तिराहे, मंडी समिति चौराहे से कृष्णानगर विद्युत सब स्टेशन, हाइवे कट से धौली प्याऊ, गोवर्धन चौराहे से भूतेश्वर तिराहा की ओर कोई कॉमर्शियल वाहन और रोडवेज बसें भी नहीं चलने दी जाएंगी।

लक्ष्मीनगर से मथुरा शहर की ओर कॉमर्शियलय और ट्रैक्टर-ट्राली आदि वाहन के चलने पर रोक रहेगी। मछली फाटक से स्टेट बैंक की ओर टेंपो, ई रिक्शा नहीं चल पाएंगे। आवश्यकता पडने पर चार पहिया वाहन भी रोक दिए जाएंगे। बीएसए तिराहा से भूतेश्वर तिराहा की ओर जरूरत के आधार पर वाहनों की आवाजाही पर छूट होगी। 

दोनों ही धार्मिक स्थलों की सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अतिरिक्त एसपी, सीओ, निरीक्षक, उपनिरीक्षक और सिपाहियों की भारी संख्या में तैनाती की गई है। लोगों को उकसाने वाले, अफवाह फैलाने वाले के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। और धार्मिक स्थलों पर कोई नई परंपरा नहीं डालने दी जाएगी। ऐसी कोशिश करने वालों से सख्ती के साथ निपटा जाएगा।- शैलेश कुमार पांडेय, एसएसपी 

दोनों समुदाय के लोगों के साथ बैठक कर ली गई है। सभी ने शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने का भी उनके द्वारा भरोसा दिलाया गया है। सेक्टर व्यवस्था लागू कर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं। -शैलेंद्र कुमार सिंह, डीएम

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