बरेली: छोटे ठेकेदारों को पैदल, बड़ों को चाहते हैं फायदा पहुंचाना
पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर कार्यालय में बरेली और पीलीभीत के ठेकेदारों ने किया हंगामा, गन्ना विभाग की सड़कों के पैकेज बनाकर टेंडर निकाले जाने पर अफसरों पर लगाए कई आरोप
बरेली, अमृत विचार : गन्ना विभाग की सड़कों के निर्माण के टेंडर निरस्त करने पर शनिवार को ठेकेदार भड़क गए। बरेली और पीलीभीत के तमाम ठेकेदारों ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के चीफ इंजीनियर संजय कुमार तिवारी के कार्यालय में जमकर हंगामा किया। ठेकेदारों ने आरोप लगाया कि इंजीनियर अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचा रहे हैं।
बरेली कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विजेंद्र पाल ने कहा कि हाल ही में गन्ना विभाग की प्रत्येक सड़क के लिए अलग-अलग निविदाएं आमंत्रित की गईं थी। कुछ दिन बाद अचानक यह निविदाएं निरस्त कर दी गईं। आरोप लगाया कि नए सिरे से कई मार्गों का एक पैकेज बनाकर चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए बड़ी-बड़ी निविदाएं आमंत्रित करने की तैयारी है। इसका मकसद केवल बड़े ठेकेदारों का लाभ पहुंचाना है क्योंकि छोटे ठेकेदार कम पूंजी होने की वजह से प्रतिभाग नहीं कर सकेंगे।
पीलीभीत कांट्रेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष इरशाद ने पीडब्ल्यूडी में अगर इस तरह भ्रष्टाचार चलता रहा तो छोटे ठेकेदारों के सामने संकट खड़ा हो जाएगा। ठेकेदार धर्मेंद्र शर्मा ने कहा कि हर सड़क की अलग-अलग निविदाएं बनाकर आमंत्रित करने का निर्देश मंडल के सभी अभियंताओं को दिए जाएं ताकि छोटे ठेकेदार भी निविदा प्रक्रिया में भाग ले सकें। ठेकेदार अब्दुल कयूम अंसारी, डाॅ. अरविंद सिंह, शशिकांत आदि मौजूद रहे।
रिटायरमेंट नजदीक इसलिए अनसुना कर रहे: ठेकेदारों ने आरोप लगाया कि सड़कों के टेंडरों में फर्जीवाड़ा खूब हो रहा है। बड़े-बड़े ठेकेदारों से मोटा कमीशन मिलने के चलते इंजीनियरों का ध्यान छोटे ठेकेदारों से हट गया है। मुख्य अभियंता पर आरोप लगाया कि अगले साल मार्च में सेवानिवृत्ति के चलते वह किसी तरह का कार्रवाई करने से बच रहे हैं। इसलिए शिकायतों पर आश्वासन देने के बाद उनको नजरअंदाज किया जा रहा है।
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