सुलतानपुर: पहले जहर दिया फिर बिजली का झटका, बिसरा से खुला राज, 28 माह बाद विपिन के परिजनों को मिला न्याय
मोतिगरपुर, सुलतानपुर, अमृत विचार। विपिन धुरिया की मौत के मामले में करीब 28 माह बाद पुलिस ने बिसरा रिपोर्ट के आधार पर आरोपी उसके ही दोस्त को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा। जहां से जेल भेज दिया गया। मोतिगरपुर थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव निवासी उमेश कुमार और विपिन धुरिया में गहरी दोस्ती थी। दोनों ने पार्टनरशिप में खनुहट गांव के कटरा बाजार के पास किराए के मकान में दोना-पत्तल के साथ चप्पल बनाने का कारखाना लगाया था।
कारखाने पर ही 22 अगस्त 2021 को अचानक करंट लगने से विपिन की मौत हो गई थी। पुलिस ने विपिन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सकने के कारण बिसरा भेजा गया था। 30 अगस्त 2021 को विपिन की मां संगीता ने उमेश और उसके परिजनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस मामले की जांच में जुटी थी कि इसी बीच बिसरा की रिपोर्ट में विपिन की मौत का कारण जहर पाया गया।
मोतिगरपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपी उमेश को गिरफ्तार कर जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि दोनों दोस्तों ने घटना के दिन साथ में खाना खाया था। विपिन के खाने में कीटनाशक मिला दिया था। खाने के बाद जब उसकी मौत हो गई तो घटना को छुपाने के लिए उसने विपिन को बिजली का झटका दिया था। जिससे लगे कि बिजली का करंट लगने से उसकी मौत हुई है। थानाध्यक्ष मोतिगरपुर ज्ञानचंद शुक्ला ने बताया कि हत्यारोपी उमेश को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया, जहां से जेल भेजने की कार्यवाही की गई।
