लखीमपुर-खीरी: तीन किन्नरों ने सनातन धर्म अपनाकर की घर वापसी
लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अधिकारी आचार्य संजय मिश्रा की उपस्थिति में शनिवार को श्री रामेश्वरम नाथ मंदिर में स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस के अवसर पर तीन मुस्लिम किन्नरों के द्वारा सनातन धर्म में विश्वास जताते हुए भगवान राम के चरणों की वंदना कर मूल धर्म सनातन धर्म में घर वापसी की है। इस अवसर पर शहर के सैकड़ों गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
प्रांतीय अधिकारी आचार्य संजय मिश्रा ने बताया कि स्वामी श्रद्धानंद अखंड भारत का संकल्प लेकर के लाखों वनवासियों भटके हुए हिंदुओं को पुनः सनातनी परंपरा में शुद्धिकरण कराकर घर वापसी करा चुके हैं। कुछ दशकों पूर्व विदेशी शक्तियों के इशारे पर हिंदू विरोधियों ने स्वामी श्रद्धानंद की हत्या कर दी थी। आज उनकी पुण्यतिथि पर लखीमपुर में खुशी किन्नर अपनी टीम के साथ इस्लाम मजहब को छोड़कर के सनातन धर्म को पुनः गृहण किया है। इससे पहले खुशी किन्नर ने डीएम लखीमपुर को घर वापसी का शपथ पत्र दिया था।
शनिवार को शहर के प्रतिष्ठित विद्वानों ने किन्नरों को नए नाम दिए, जिससे अब वह खुशी किन्नर, ममता किन्नर, रजनी किन्नर के नाम से जाने जाएंगे। हवन पूजन करके पंचगव्य पिलाकर सनातन परंपरा में तिलक व भगवा पटका पहनाकर रामचरितमानस भेंट कर घर वापसी कराई गई। विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल ने घर वापसी के अवसर पर उन्हें शुभकामनाएं दी और उन सब की रक्षा का संकल्प लिया। खुशी किन्नर ने कहा आगे आने वाले दिनों में पूरे प्रदेश में सैकड़ों किन्नर घर वापसी करके भगवान श्रीकृष्ण जी की सेवा व सनातन परंपरा का निर्वाहन करेंगे।
मोक्षदायिनी एकादशी के अवसर पर श्री रामेश्वर मंदिर में हवन पूजन हुआ डॉ ओमकार नारायण के नेतृत्व में गीता जयंती का कार्यक्रम पर चर्चा के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर सैकड़ों सनातनी बंधु व हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि लोग उपस्थित रहे।
आचार्य संजय मिश्रा ने कहा आज सैकड़ो ईसाई बन चुके हिंदू पुनः घर वापसी कर रहे है। ये कार्यक्रम चलता रहेगा। वह व्यक्ति जो भारत माता राष्ट्र की रक्षा का कार्य करता है उसका सनातन धर्म में स्वागत है। इस अवसर पर आचार्य अनूप मिश्रा, राम पांडे, विपुल सेठ, धारा सिंह, जिला धर्माचार्य प्रमुख विजय गुप्ता, राजकुमार त्रिवेदी, शरद अवस्थी, गणेश शंकर मिश्र, अनुज तिवारी आदि ने आशीर्वाद दिया।
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