अयोध्या: दस्तारबंदी में 21 छात्रों को हाफिज और दो को मिली आलिम की उपाधि, वक्ता बोले- हर हाल में हासिल करें तालीम
मदरसा जामिया चिश्तिया दरगाह शरीफ का 22 वां दस्तारबंदी समारोह संपन्न
अयोध्या। मदरसा जामिया चिश्तिया दरगाह शरीफ का 22 वां दस्तार बंदी समारोह खानकाह शेखुल आलम में हुआ। मुख्य वक्ता जामिया निजामिया हैदराबाद के मुफ्ती जियाउद्दीन नक्शबंदी व आल इंडिया उलेमा मशायक बोर्ड के अध्यक्ष मो अशरफ अशरफी जिलानी किछौछा शरीफ रहे।
अध्यक्षता दरगाह शरीफ के सज्जादा नशीन व मुतवल्ली शाह अम्मार अहमद अहमदी नय्यर मियां और संचालन मौलाना शाबान उल्लाह साबरी ने किया। इस मौके पर 21 छात्रों को हाफिज व 2 को आलिम की उपाधि प्रदान की गई। रुदौली विधायक राम चंद्र यादव ने दरगाह शरीफ पहुंच सज्जाद नशीन से मुलाकात कर छात्रों का उत्साहवर्धन किया। विधायक मिल्कीपुर अवधेश प्रसाद भी जलसे में शामिल हुए।
मुख्य वक्ताओं ने इस्लाम धर्म व सूफियों द्वारा शिक्षा को महत्व दिए जाने पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए हर हाल में तालीम की बात कही। जलसे को मौलाना अमजद अली साबरी, मुफ्ती शफी आलम, मौलाना शराफत हुसैन, मौलाना मुजम्मिल क़ादरी, मौलाना राशिद निजामी, मौलाना हकीक साबरी ने सम्बोधित किया।
लखनऊ की हज़रत शाह मीना की दरगाह के सज्जादा नशीन राशिद मिनाई, बांसा शरीफ के सज्जादा नशीन उमर जिलानी, जब्बार अली चेयरमैन रुदौली, मो अली, रिजवान रसूल, सभासद ताज उद्दीन पप्पू, आशीष वैश्य, कुलदीप सोनकर , गुलाम अंसारी, मुन्ना उस्मानी, पूर्व प्रमुख मुनव्वर अली, हाजी अमानत अली, जहीर खान समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
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