पीलीभीत: यात्रियों को ठंड से नहीं बचा पाएंगी रोडवेज बसें, टूटी खिड़कियां कहीं छोटे पड़ गए शीशे..मुसीबत का सफर

Amrit Vichar Network
Published By Moazzam Beg
On

पीलीभीत, अमृत विचार। रोडवेज बसों में यात्रियों को ठंड से बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम होने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत इससे जुदा है। बसों में कहीं खिड़कियों के शीशे टूटे मिले तो कहीं छोटे शीशे लगाकर खानापूरी की जा रही है। आलम यह है कि खिड़कियों में रबरिंग न होने की वजह से ठंडी हवाओं के झोंके सफर करने वाले यात्रियों को कंपकपाने के लिए मजबूर कर रहे हैं।

पीलीभीत डिपो द्वारा वर्तमान में 93 रोडवेज बस और नौ अनुबंधित बसों का संचालन किया जा रहा है। सफर के दौरान यात्रियों को ठंड से बचाने के लिए शासन ने बसों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए है। जारी दिशा निर्देशों में कहा गया है कि ठंड में यात्रियों को किसी तरह की दिक्कतें न हो, बसों की खिड़कियों में शीशे दुरुस्त लगे हो, कोई शीश बड़ा या छोटा न हो। किसी भी स्थिति में बिना शीशे की बसों का संचालन न किया जाए। 

यदि बसों की बॉडी में सुराख हो तो उसे दुरुस्त कराया जाए। ताकि हवा बसों में प्रवेश कर सके। कोहरे और बारिश में दिक्कतें न हो, इसके लिए वाइपर चालू कराने के साथ ऑल वेदर बल्ब लगाने के निर्देश दिए थे।  इसको लेकर स्थानीय डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा बसों की खिड़कियों के शीशे दुरुस्त करने और कोहरे के दौरान चालकों को असुविधा न हो, इसको लेकर सभी बसों में ऑलवेदर बल्ब लगाने के दावे किए थे।

ये भी पढे़ं- पीलीभीत: टाइगर रिजर्व में चेनलिंक फैंसिंग में देरी पर विशेष सचिव गुस्साए, बोले- मुआवजा देने में भी नहीं हो रहा नियमों का पालन

 

संबंधित समाचार