Kanpur Crime: सर्दी आते ही अज्ञात शव मिलना शुरू… कमिश्नरेट के थाना क्षेत्रों में रोजाना मिल रहे, ये है आकंडा

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Published By Nitesh Mishra
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सर्दी में शहर की सड़कों पर अज्ञात शवों का मिलना शुरू।

कानपुर में सर्दी में शहर की सड़कों पर अज्ञात शवों का मिलना शुरू। लगभग रोज ही मिल रहा कमिश्नरेट के थाना क्षेत्रों में सड़क पर एक शव।

कानपुर, [गौरव श्रीवास्तव।] सर्दी में शहर की सड़कों पर अज्ञात शवों के मिलने का ग्राफ बढ़ना शुरू हो गया है। नवंबर 2023 में शहर के 52 थानाक्षेत्रों में कुल 60 अज्ञात शव मिले हैं। जिनमें से 18 की पहचान हो चुकी थी, जबकि 42 पहचान के लिए अंतिम संस्कार के साथ मिट गई। वहीं दिसंबर के 24 दिनों में 45 से ज्यादा अज्ञात शव मिले हैं, जिनमें से 2 की पहचान हो सकी है।

इन थानाक्षेत्रों में ज्यादा संख्या में मिल रहे शव 

यूं तो शहर के हर थानाक्षेत्र में अज्ञात शव मिल रहे हैैं,लेकिन महाराजपुर, नरवल, बिधनू, साढ, सेन पश्चिम पारा, बिल्हौर और कल्याणपुर में ज्यादा शव मिले हैैं। बाहरी क्षेत्रों में मिले शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह का पता हत्या के रूप में चला है।

ये है शवों की पहचान का तरीका 

शव मिलने पर तीन दिन तीन रात मार्चुरी में रखा जाता है। इस बीच जिस थानाक्षेत्र में शव मिलता है। वहां की पुलिस आस पास के जिलों में पोस्टर भेजकर पहचान कराने की कोशिश करती है। दूसरे चरण में डीसीआरबी में दर्ज गुमशुदगियों के बीच तलाश कराई जाती है  असफल होने पर तीसरे चरण में एनसीआरबी के डेटा से पहचान की कोशिश की जाती है।

वहीं चौथे चरण में शव के फोटोग्राफ और शरीर पर मिले चिन्हों को अंकित कर डीएनए के लिए सैैंपल लिया जाता है। डीसीआरबी और एनसीआरबी में डेटा फीड कराने के बाद ऑनलाइन डेटा कर दिया जाता है और शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार कर दिया जाता है। 45 दिन के अंदर पुलिस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाकर अपनी ड्यूटी पूरी कर लेती है।

थाना पुलिस करती केवल खानापूरी 

कानपुर कमिश्नरेट के 52 थाना क्षेत्रों में जिस भी क्षेत्र में अज्ञात शव मिलता है तो आसपास के लोग इसकी सूचना पुलिस को करते हैं। पुलिस मौके पर पहुंचकर आसपास लोगों से व्यक्ति की पहचान पूछती है। इसके बाद मर्चरी में शव को रखकर 3 दिन बाद आती है। पोस्टमार्टम के कागजी कार्रवाई कर अज्ञात का अंतिम संस्कार कर दिया जाता है। पीड़ित किशोर पुलिस किशोर अपनी ओर से कोई भी कार्यवाही नहीं करती है इसका खामियाजा अज्ञात के परिवार को भुगतना पड़ता है पूर्व में कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं शव के मोर्चरी पहुंचने पर जब अज्ञात के पास से कागज निकला जिससे उसकी शिनाख्त हो सकी।

2023 में मिले शव मिलने के पोस्टमार्टम आंकड़ों के मुताबिक

महीना       कुल शव    पहचान 

जनवरी         19          11
फरवरी         22          09
मार्च            13          06      
अप्रैल          24        13
मई             36         19
जून             42         29
जुलाई          22         14
अगस्त         36          19
सितंबर         41          23        
अक्टूबर         44         32
नवंबर           60          18
दिसंबर          45         02

कुल           410        195

- हाईवे के किनारे मिले शवों की संख्या - 43
- रेलवे ट्रैक पर मिले शवों की संख्या - 47
- पानी में डूबकर हुई मौतों की संख्या- 17
 एक नजर इधर डालिए 
- पुरुषों के मिले शव - 139
- महिलाओं के मिले शव - 97
- किशोरों के मिले शव - 103
- वरिष्ट नागरिकों के मिले शव - 58
 पीएम रिपोर्ट के अनुसार मरने की वजह 
हार्ट अटैक से : 44
हादसे में मौत :  137
हत्या की वजह से मौत: 43
जहर खाने से मौत : 46
वजह नहीं पता चली : 127

जिन शवों की पहचान नहीं हो पाई है। उनकी पहचान की कोशिश में पुलिस लगी है। इसके लिए एजेेंसी की हेल्प भी ली जाती है।- नीलाब्जा चौधरी, संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं मुख्यालय

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