बाराबंकी में महिला ने तीन शिशुओं को दिया जन्म, वजन निकला कम
हैदरगढ़/ बाराबंकी, अमृत विचार। प्रसव पीड़ा के दौरान एक महिला को एंबुलेंस से सीएचसी ले जाते समय जहां बीच रास्ते में एक शिशु का जन्म हुआ तो वहीं दो नवजात का जन्म प्रसव के दौरान हुआ। तीन शिशुओं के जन्म के बाद उनके वजन में कमी दिखने पर सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।
क्षेत्र के लालपुर गांव निवासी सरिता 26 वर्ष पहली बार प्रसव पीड़ा होने पर सुबह करीब 5:00 बजे एंबुलेंस के सहारे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदरगढ़ लाया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाने के दौरान एक नवजात बालिका का जन्म कस्बा हैदरगढ़ के मुख्य चौराहे पर हो गया। इसके बाद किसी तरह उसे सीएचसी लाया गया। जहां दो नवजात शिशुओं का जन्म भर्ती होने के कुछ मिनट के अंदर ही हो गया। छुट्टी पर गई महिला चिकित्सक मोनिका शुक्ला की गैर मौजूदगी में स्टाफ नर्स गीत और सोनम द्वारा प्रसव कराया गया। एक साथ तीन बच्चों को जन्म देने के कारण तीनों बच्चे अंडरवेट थे।
एक बच्चे का वजन 1 किलो तो दूसरे व तीसरे का वजन क्रमशः 1100 और 1300 ग्राम था। जिसके चलते स्टाफ नर्स द्वारा इसकी सूचना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिहार के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.ओमप्रकाश कुरील को दी गई। सूचना पाकर शाम 6:30 बजे पहुंचे डॉ. कुरील के उपचार से हालत में सुधार हुआ। जिसके बाद बेहतर देखभाल के लिए प्रसूता एवं उनके नवजात शिशुओं को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। डॉ. कुरील ने बताया कि सामान्य प्रशव से जन्मी तीनों बच्चियों में जिसका वजन 1 किलो 300 ग्राम था। उसकी हालत ठीक थी, बाकी दों बच्चियों की हालत ठीक नहीं थी। जिसकी वजह से जिला चिकित्सालय के लिए रेफर किया गया है।
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