शाहजहांपुर: किसने किया था सरकारी जमीन पर कब्जे का दुस्साहस, खुलासा नहीं, डेढ़ माह बाद भी नहीं हो सकी कार्रवाई

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Published By Om Parkash chaubey
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शहबाजनगर में सरकारी जमीन पर हुआ था प्लाटिंग करने का प्रयास

शाहजहांपुर, अमृत विचार: शाहबाजनगर में करोड़ों की सरकारी जमीन पर कब्जा कर प्लाटिंग का प्रयास करने वाले भू-माफिया पर कार्रवाई अभी तक नहीं हो सकी है। जमीन को हड़पने की साजिश किसने रची थी, डेढ़ महीने बाद भी इसका पता नहीं चल सका है। भू-माफिया को सह देने वाले लेखपाल पर भी कार्रवाई नहीं हुई है।

नवंबर के पहले सप्ताह प्रशासन को शिकायत मिली थी कि गांव शाहबाजनगर में स्थित लगभग तीन बीघा सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करके प्लाटिंग की जा रही है। इसके बाद सदर तहसील की टीम ने मौके पर जाकर जांच की। जांच में पता चला कि जमीन को जोतकर प्लाटिंग करने के लिए ईंट से डिमार्केशन की गई है। पूरी जमीन को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटा गया है। भू-माफिया के कुछ लोगों ने गांव में पहुंच कर यह काम किया है।

इसकी भनक गांव वालों को लग गई और उन्होंने मामले की शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से कर दी। जिस जमीन पर प्लाटिंग का प्रयास हो रहा था वह जमीन संरक्षित श्रेणी की है। ऐसे जमीनों पर कब्जा नहीं किया जा सकता है। डीएम के आदेश पर एडीएम न्यायिक राशिद अली ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद मामले में कार्रवाई के लिए तत्कालीन एसडीएम सदर शैलेंद्र गौतम को निर्देश दिए गए।

इस दौरान कुछ लोगों ने आरोप लगाए थे कि एक लेखपाल की सह पर जमीन पर अवैध कब्जे का प्रयास किया गया। मामले में एक लेखपाल की भूमिका की भी जांच जरूरी बताई गई। आरोप लगाया गया कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का प्रयास बिना तहसील के कर्मचारियों की मिलीभगत के नहीं हो सकता है।

अब लगभग डेढ़ महीने का समय बीत चुका है, लेकिन यह पता नहीं चल सका है कि आखिर कौन था जो सरकारी जमीन पर प्लाटिंग करने का प्रयास कर रहा था। सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने का दुस्साहसी कदम उठाने वाले के नाम का पता नहीं चल पा रहा है। 

एक सफेदपोश का आ रहा नाम: एक ओर सरकारी जमीन पर प्लाटिंग का प्रयास करने के आरोपी का नाम सामने नहीं आ रहा है और दूसरी ओर इस मामले में एक सफेदपोश का नाम सामने आने लगा है। तहसील के कुछ कर्मचारियों का कहना है कि जांच के दौरान अवैध कब्जे का प्रयास करने वाला का नाम प्रकाश में आ गया था।

उसके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही थी, लेकिन इसी बीच मामले में एक सफेदपोश का नाम आने लगा। कहा गया है कि सफेदपोश का संरक्षण आरोपी को है इसीलिए अभी तक कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी है। आरोपी पर कार्रवाई होना तो दूर उसका नाम तक सार्वजनिक नहीं किया जा सका है। 

शहबाजनगर में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का प्रयास किया गया था। मामले में तहसील की टीम ने जमीन को कब्जामुक्त करवा लिया है। जमीन पर कब्जे का प्रयास करने वाला कौन था, इसका पता नहीं चल सका है। -राशिद अली, एडीएम न्यायिक

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