कासगंज: संविधान प्रत्येक भारतीय नागरिक को दिए समान अधिकार- स्वामी प्रसाद मौर्य
गंजडुंडवारा में हुआ बौद्ध जन जागरूकता सम्मेलन, साबित्री बाई फुले और फातिमाशेख का मनाया गया जन्मदिन
कासगंज, गंजडुंडवारा, अमृत विचार : बौद्धिक एकता समिति द्वारा बौद्ध जनजागरूकता सम्मेलन का आयोजन केएन पैलेस पर हुआ। समाज में सामंजस पैदा करने और बौद्ध धर्म को लेकर लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हुए सम्मेलन में साबित्रुबाई फुले और फातिमा शेख की जयंती मनाई गई। सम्मेलन को संबोधित करते उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि संविधान बराबरी की आजादी देता है।
संविधान के मुताबिक समाज से छुआछूत और भेदभाव की भावना खत्म होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं की शिक्षा पर भी समाज को उचित ध्यान देना चाहिए। महिलाओं की शिक्षा के बगैर कोई भी समाज और देश तरक्की नहीं कर सकता। राष्ट्रमाता फातिमा शेख ने राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले का बहुत साथ दिया और जब सावित्रीबाई फुले को स्कूल की जगह की जरूरत पड़ी तो फातिमा शेख ने स्कूल खोलने के लिए अपने घर में जगह दी।
आज की केंद्र सरकार शिक्षा का व्यवसाययीकरण कर रही है जो बहुजन समाज के हित में नहीं है। बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर का सपना तभी पूरा होगा जब देश का बच्चा-बच्चा स्कूल में जाकर शिक्षित होगा। पूर्व मंत्री दिल्ली सरकार राजेंद्र गौतम ने कहा कि बोलने की आजादी ज्ञान से आई है शिक्षा से आई है। शिक्षा ही जीवन में आगे बढ़ाने के माध्यम का प्रबंध करती है। शिक्षा के समान अवसर हर किसी को प्रदान किए जाने चाहिए।
यही कोशिश बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने की थी। आज की मौजूदा केंद्र सरकार सरकारी क्षेत्र में निजीकरण करके शिक्षा और नौकरी में समान अवसर को लगभग खत्म कर चुकी है। केंद्र सरकार बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के सपनों के खिलाफ काम कर रही है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी ने कहा कि सावित्रीबाई फुले और फातिमा शेख ने जो कोशिश कन्याओं की शिक्षा के लिए की थी वह बहुत महत्वपूर्ण है।
इन महान आत्माओं के कारण आज स्कूलों में जाकर कन्याएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। कार्यक्रम का संचालन अनिल शाक्य ने किया। डा. मेजर आशीष शाक्य, रेश्मा देवी शाक्य, देव प्रकाश लोधी, लक्ष्मण यादव, असहाब हुसैन, कुलदीप शाक्य, राशिद अली, कुतुब जामई, मुनेंद्र शाक्य,देवेन्द्र प्रधान, अजब सिंह शाक्य, रोहित प्रधान, डॉ अवनीश शाक्य, पवन शाक्य, तारिक मोहम्मद मंसूरी, डॉ प्रेम सिंह शाक्य, अभय यादव, राम अवतार शाक्य, खलील खान, प्रेम सिंह कुशवाहा, भारत सिंह शाक्य, धीरेंद्र शाक्य, फैजान अंसारी मौजूर रहे।
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