चेयरमैन व डायरेक्टर बनवाने का देते थे झांसा, सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे ठगी, एसटीएफ ने 5 को दबोचा

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Published By Ravi Shankar Gupta
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अमृत विचार लखनऊ।  स्पेशल टास्क फोर्स यूपी एसटीएफ की टीम ने एक ऐसे गिरोह को दबोचा है जो अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर सरकार के अलग-अलग मंत्रालयों मे डायरेक्टर व बोर्ड में चेयरमैन बनवाने का झांसा देता था। यही नहीं ये गिरोह सरकारी विभागों मे नौकरी, एनजीओ, विद्यालयों में फण्ड दिलाने व ट्रांसफर /पोस्टिंग कराने का झांसा देकर करोड़ों रूपयों की ठगी कर चुका था। गिरोह में शामिल सभी आरोपी लखनऊ में ही सक्रिय रहकर काम रहे थे। एसटीएफ ने अब इनकों गिरफ्तार कर लिया है। 

ये हैं गिरफ्तार आरोपी व उनके पते 
  • - विकास यादव निवासी मैनपुरी 
  • - आशीष भारद्वाज निवासी हाथरस 
  • - गगन पाण्डेय निवासी चन्द्रशेखर नगर रामपुर मोहावत     
  • - नवीन कुमार निवासी बेला सुलतानपुर 
  • - अमित तिवारी निवासी बाराबंकी 
ये हुआ बरामद

आरोपियों के पास से 15 अदद मोबाइल फोन, 14 एटीएम/क्रेडिट कार्ड, एक रेलवे पास, 7 निर्वाचन कार्ड, दो आधार कार्ड, तीन कूटरचित परिचय पत्र, एक पैनकाड, 1 डीएल, एक ब्लैंक चेक, एक लैपटाप, एक डेक्सटॉप, एक सीपीयू, 1 सीपीयू, 32 कूटरचित मोहरें, एक प्रिन्टर, 1 पासबुक, 1880 रुपये नगदी,  दो मोटर साइकिल, 1 सफारी एसयूवी, 1 पेनड्राइव, 98 वर्क फर्जी व कूटरचित दस्तावेज बरामद हुए हैं।  

लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र से हुई गिरफ्तारी

एसटीएफ ने गिरफ्तारी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी अंसल एपीआई थाना क्षेत्र के पास से की है। एसटीएफ एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि इस गिरोह के बारे में अलग-अलग मंत्रालयों मे डायरेक्टर, बोर्ड में चेयरमैन बनवाने, सरकारी विभागों मे नौकरी, एनजीओ, विद्यालयों में फंड दिलाने व ट्रांसफर/पोस्टिंग कराने का झांसा देकर ठगी करने वाले संगठित गिरोह के सम्बन्ध में सचूनाएं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की टीम के अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह के नेतृत्व में जांच पड़ताल की गई तो सफलता मिली। इसमें संजय सिंह की टीम भी सक्रिय हुई। जिसके बाद एसटीएफ टीम द्वारा तकनीकी एवं मुखबिर के माध्यम से सूचना संकलित करते हुए गिरोह के मास्टरमाइंड सहित 5 अभियुक्तों को सेक्टर ए-4 मकान नम्बर 579 सुशान्त गोल्फ सिटी अंसल एपीआई लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया। 

मास्टर मांइड बताता है इस संस्था का अध्यक्ष 

एडीजी ने बताया कि पूछताछ मे गिरोह के मास्टरमाइंड विकास यादव ने बताया गया कि वह आरएमएसएस का राष्ट्रीय अध्यक्ष है। उसकी सस्था में अमित तिवारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। यह संस्था उसने लोगों पर प्रभाव दिखाने के लिए बनाया है। इस गिरोह के सदस्य गगन पाण्डेय का परिचय विषेष सचिव मुख्यमंत्री के रूप में लोगों से कराते हैं। वर्ष 2020 में इन लोगो द्वारा भारतीय रेलवे मे ग्रुप सी व डी में भर्ती कराने का झांसा देकर लगभग 20 लड़को से 02 करोड़ रूपये लेकर फर्जी तरीके से फार्म भरकर उनका मेडिकल कराकर कूटरचित नियुक्ति पत्र दिया गया।

उस समय गिरोह में सुमन सिंह व विजय सिंह भी षामिल थे। एक अभ्यर्थी द्वारा थाना फ्रेन्डस कालोनी जनपद इटावा में मुकदमा पंजीकृत कराया गया। इन लोगों द्वारा मंडी परिषद, एमटीएस, आरओ, वीडियो, यूपीपीसीएल, गन्ना संस्थान, दुग्ध विभाग, रेवेन्यू बोर्ड, कम्प्यूटर आपरेटर, एफसीआई आदि विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर सैकडों बेरोजगार युवक युवतियों से व विभिन्न लोगों से मंत्रालय में डायरेक्टर बनवाने, विभिन्न बोर्डो में चेयरमैन बनवाने, विभिन्न विभागों में ठेका दिलाने, ट्रान्ससफर पोस्टिंग कराने, एनजीओ व विद्यालयों को फन्ड दिलाने के नाम पर करोडों रूपये की ठगी की है। 

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