बरेली: कारसेवकों को नहीं मिला उचित सम्मान- साध्वी प्राची
बरेली, अमृत विचार। अयोध्या में राम मंदिर के लिए संघर्ष करने वाले कारसेवकों को वह सम्मान नहीं मिला जो उन्हें मिलना चाहिए था। सरकार बनने के बाद कारसेवकों के हितों का ध्यान रखना चाहिए था। राम मंदिर कोई थाली में सजाकर नहीं मिला है।
इसके लिए कारसेवकों ने कुर्बानी दी है। सीतापुर जाते समय कुछ देर के लिए रुकीं साध्वी प्राची ने यह बात कही। शुक्रवार को प्रेम नगर में सामाजिक कार्यकर्ता रमेश जैन के घर आईं साध्वी प्राची ने कहा कि रामलला अपने जन्मस्थान पर विराजमान होने जा रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होने वाला है।
ऐसे में कारसेवकों के परिजनों को भी सम्मान मिलना चाहिए। कहा कि समय के साथ संगठन,व्यवस्थाएं बदलती हैं, सरकार बदलती हैं लेकिन किसी आंदोलन में संघर्ष करने वालों को नहीं भूलना चाहिए। सरकारें बनने के बाद कौन किसे पूछता है। अयोध्या आंदोलन के दौरान अपने भाषणों से कारसेवकों में उत्साह बढ़ाने वाली साध्वी ऋतंभरा की गुरु बहन साध्वी प्राची ने कहा कि उस दिन दिवाली होगी जिस दिन प्रभु राम अयोध्या आएंगे।
22 जनवरी को प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए सरकार और संगठन लगा है। देश की जनता में भी उत्साह है। शहीद कारसेवकों के परिजनों को बुलाया जा रहा है। जिनके जीवन काल में मंदिर बन रहा है उनका भी सम्मान किया जाना चाहिए। इस मौके पर मनोज पांडे, मुकेश जैन व अन्य मौजूद रहे।
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