UP: ठंड के साथ ढाई गुना बढ़े दिल के मरीज, युवाओं को भी अटैक… कॉर्डियोलाजी संस्थान की इमरजेंसी में मरीजों का तांता, इस तरह रखें ख्याल
कानपुर के कॉर्डियोलाजी संस्थान की इमरजेंसी में मरीजों का तांता।
कानपुर के कॉर्डियोलाजी संस्थान की इमरजेंसी में मरीजों का तांता। 1000 से ज्यादा दिल के मरीज एक हफ्ते में पहुंचे।
कानपुर, अमृत विचार। भीषण ठंड के कारण कॉर्डियोलाजी संस्थान की इमरजेंसी में दिल के मरीजों की संख्या सामान्य दिनों की अपेक्षा ढाई गुना तक बढ़ गई है। बीते एक सप्ताह में संस्थान में एक हजार से ज्यादा मरीज दिल की समस्या लेकर पहुंचे हैं।
बुजुर्ग ही नहीं, कम उम्र के युवा भी हार्ट अटैक से पीड़ित होकर अस्पताल की इमरजेंसी में आ रहे हैं। इसे लेकर चिकित्सकों का कहना है कि ठंड में तापमान कम होने से धमनियां सिकुड़ती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ने की आंशका रहती है। यह स्थिति दिल का खतरा बढ़ा रही है।
कानपुर में पिछले चार दिनों से तापमान काफी नीचे चला गया है, ऐसे में डॉक्टर सभी को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। इस मौसम में थोड़ी सी लापरवाही बड़ों के साथ युवाओं के लिए भी सेहत पर भारी पड़ सकती है। ठंड बढ़ने से सबसे अधिक दिक्कत दिल और सांस के रोगियों को हो रही है। कॉर्डियोलॉजी संस्थान की इमरजेंसी में आम दिनों में 50 से 70 मरीज पहुंचते थे, लेकिन इस समय औसतन 150 मरीज इमरजेंसी में पहुंच रहे हैं।
इनमें युवाओं की संख्या लगभग एक चौथाई है। बीते एक सप्ताह में इमरजेंसी में एक हजार मरीज से ज्यादा मरीज गंभीर हालत में इलाज के लिए पहुंचे हैं। सर्दी में तेजी से बढ़ी मरीजों की संख्या को देखते हुए संस्थान के निदेशक ने इमरजेंसी में डॉक्टरों की ड्यूटी बढ़ा दी है, ताकि मरीजों को दिक्कत का सामना न करना पड़े। चिकित्सकों ने बताया कि 22 से लेकर 50 वर्ष तक के लोगों में हार्ट अटैक की समस्या देखी जा रही है।
बाहर रहने और सिगरेट व शराब से सीने में दर्द
सिगरेट और शराब की लत ठंड के इस मौसम में सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत पैदा कर रही है। ऐसे मरीजों में युवा भी शामिल हैं। इसके साथ ही सर्दी में अधिक समय तक बाहर रहने वाले लोगों में भी दिल की समस्या देखने में आ रही है। इन दिनों इमरजेंसी में आने वाले करीब 20 फीसदी युवा अटैक या सीने में दर्द की शिकायत लेकर आ रहे हैं। अधिक स्मोकिंग और शराब का सेवन करने वालों में अटैक के मामले अधिक मिल रहे हैं।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से अटैक सुबह सावधानी है जरूरी
करीब 10 फीसदी युवाओं को तनावयुक्त जीवन के कारण अटैक पड़ रहा है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से अटैक पड़ना स्वभाविक है। पहले से जमा कॉलेस्ट्राल टूटने से धमनियों में ब्लॉकेज होने का खतरा रहता है, यह भी हार्ट अटैक का कारण बनता है। सुबह के समय हार्ट अटैक की घटनाएं अधिक होती हैं। इसका कारण यह है कि सुबह में शरीर में स्टेरॉयड की मात्रा सबसे अधिक रहती है।
बीपी और शुगर बढ़ने से हार्ट फेल्योर का खतरा
सर्दी के मौसम में बीपी व शुगर के मरीजों को काफी सावधान रहना चाहिए। बीपी और शुगर बढ़ने की वजह से दिल को तेज काम करना पड़ता है। ऐसे में हार्ट फेल होने का खतरा अधिक रहता है। इसलिए मरीजों को समय पर जांच करानी चाहिए। बीपी व शुगर की दवा नियमित लेनी चाहिए। हर व्यक्ति को 40 वर्ष की उम्र में दिल की जांच जरूर करानी चाहिए।- प्रो. राकेश वर्मा, निदेशक, कॉर्डियोलॉजी संस्थान।
ऐसे रखें दिल का ख्याल
- पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें, ठंड में रहने से बचें।
- सिर पर गर्म कैप, स्कार्फ व मोजे जरूर पहनें।
- खाना गर्म खाएं और पानी भी गुनगुना पिएं।
- ठंड ज्यादा लगने पर तुरंत शरीर को गर्म करें।
- अधिक पसीना बहाने वाली गतिविधि से बचें
- बीपी व शुगर के मरीज जांच जरूर कराएं।
