पीलीभीत: प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार 21.6 फिट लंबी बांसुरी, पूजन करने के बाद भेजी जाएगी अयोध्या
पीलीभीत, अमृत विचार: बांसुरी नगरी की 21.6 फिट लंबी बांसुरी भी रामनगरी में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शोभा बढाएगी। इसे पीलीभीत के बांसुरी कारीगरों द्वारा तैयार किया गया है। बांसुरी का पूजन करने के बाद इसे अयोध्या भेजा जाएगा।

जनपद का बांसुरी से सालों पुराना नाता रहा है। बांसुरी कारीगरों के मुताबिक शहर के नत्था शेख ने करीब 125 साल पहले कारोबार शुरू किया था। बाद उन्हीं के परिवार ने नवी एंड संस के नाम से फर्म बनाकर बांसुरी का कारोबार शुरू किया था। धीरे-धीरे इससे अन्य बांसुरी कारोबारी जुड़ते चले गए और यह कारवां बढ़ता गया। पीलीभीत की बांसुरी ने देश के अलावा श्रीलंका, फ्रांस, डेनमार्क, अमेरिका आदि देशों में भी अपनी धमक दिखाई।
कभी पीलीभीत में बनी बांसुरियों की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में 250 रुपये से 40 हजार रुपए तक थी। खास बात यह है कि पीलीभीत के बांसुरी कारीगरों द्वारा बनाई गई बांसुरी मशहूर बांसुरी वादक हरी प्रसाद चौरसिया, रोनू मजूमदार, हर्षवर्धन तक भी पहुंच चुकी है। इसी के चलते पीलीभीत को बांसुरी नगरी का नाम दिया। इधर अब पीलीभीत की बांसुरी 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शोभा बढ़ाएगी। बांसुरी की लंबाई 21.6 फिट है।
इस बांसुरी को पीलीभीत के मशहूर कारीगर मरहूम नवाब अहमद की पत्नी हिना परवीन और शमशाद अहमद ने तैयार किया है। दोनों बांसुरी कारीगरों के मुताबिक बांसुरी में इस्तेमाल किया गया बांस वर्षों पुराना है। दिन रात मेहनत कर इसे 10 दिन के भीतर तैयार किया गया है। तैयार की गई बांसुरी का शुक्रवार को पीलीभीत बैक्वट हॉल में पूजन करने के बाद अयोध्या भेजा जाएगा। कार्यक्रम आरएसएस के ब्रज प्रांत के प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश की मौजूदगी में होगा।
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