बदायूं: आबिद रजा बोले- अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा धार्मिक कार्यक्रम, इस पर न करें राजनीति

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Published By Vishal Singh
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सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर किसी मुसलमान को एतराज नहीं, न करें उनका गलत प्रचार

बदायूं, अमृत विचार। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हर तरफ धूम है। भाजपा की ओर से राजनीतिक पार्टियों को न्यौता दिया गया है। राजनेताओं ने इसे भाजपा का कार्यक्रम बताया है। वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व मंत्री आबिद रजा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा धार्मिक कार्यक्रम है। इसमें राजनीति न करें।

उन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा पर हिंदुओं को मुबारकबाद देते हुए कहा कि कोई भी इंसान किसी मजहब या जाति में अपनी मर्जी से पैदा नहीं होता बल्कि अल्लाह, भगवान और गॉड से पैदा होता है। हर मजहब में 90 प्रतिशत बातें समान हैं। इंसान को इंसान से हमदर्दी और मोहब्बत करनी चाहिए।

राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 में हिंदू धर्म की आस्था के बुनियाद पर जो फैसला किया था उस फैसले को देश के मुसलमानों ने बड़ा दिल करके देश की एकता के लिए उसी समय स्वीकार कर लिया था। कहा कि वह सच्चे मुसलमान हैं। इस्लाम हर मजहब की इज्जत करना सिखाता है। 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का दिन देश व विदेश में रहने वाले हिंदू समाज के लोग धार्मिक पर्व के रूप में उत्साह के साथ मना रहे हैं। सभी भाइयों को मुबारकबाद।

सियासत करने वाले लोगों से कहा कि यह धार्मिक कार्यक्रम है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। राम मंदिर प्रतिष्ठा को लेकर मुसलमानों के बारे में गलत प्रचार भी नहीं करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुसलमानों को इस कार्यक्रम से कोई एतराज नहीं है। देश, प्रदेश के मौजूदा हालात में सियासत करने वाले लोग यह नहीं चाहते हैं कि हिंदू और मुसलमान आपस में प्यार और मोहब्बत से रहें। उन्होंने कहा कि हर हिंदुस्तानी मुसलमान को हिंदू भाइयों से प्यार, मोहब्बत का रिश्ता बढ़ाने की जिम्मेदारी खुद ही लेनी पड़ेगी।

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