रामोत्सव : आंखों में आंसू, रुंधा गला, मुख से निकला-आ गए मेरे राम - नहीं देखी होंगी कभी ऐसी तस्वीरें
अयोध्या, अमृत विचार। मेरे राम आ गए ... हर चेहरा बस उस स्क्रीन पर आँख लगाए बैठा था, जहाँ पीएम मोदी हाथ जोड़ प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा कर रहे थे। हजारों की भीड़ उस समय भाव विह्वल हो उठी जब प्रभु के विग्रह की आंखों से कपड़ा हटाया गया। शंख की ध्वनि, वाद्य यंत्रों का नाद, आचार्यों के मन्त्रों की आवाजें, सबने अयोध्या समेत पूरे विश्व को रोक दिया। जो रुका नहीं वो थे लोगों के आंसू। क्या बच्चा, क्या बड़ा, क्या नेता, क्या अभिनेता, साधु-संत और कलाकार सब अश्रुपूरित नेत्रों से प्रभु श्रीराम को बस निहारते ही रहे।
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हम-आप सब उस दृश्य को भले ही टीवी पर लाइव देखते रहे हों लेकिन मन बस अयोध्या में ही बसा रहा। अमृत विचार आज आपको सदी की वो तस्वीरें दिखा रहा है जो आपने न कभी पहले देखी होंगी और न ही कभी देखी जाएँगी।
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श्री राम जय राम जय जय राम, आ गए प्रभु
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साध्वी ऋतम्भरा, रविशंकर प्रसाद समेत कई लोग अश्रुपूरित नैनों से बस एकटक प्रभु की छवि ही निहारते रहे।
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दर्शक दीर्घा में बैठा शायद ही कोई ऐसा होगा जिसने भीगी आंखों से श्री राम को न देखा हो और खुद को धन्य न समझा हो।
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद बस एकटक निहारते रहे श्रीरामलला की छवि
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