देहरादून: 13 करोड़ की ठगी, कर्नाटक से दबोचा ठग
देहरादून, अमृत विचार। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने साइबर गिरोह के ठग को कर्नाटक से गिरफ्तार किया है। यह गैंग अभी तक 12 राज्यों में करीब 13 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दे चुका है।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल के अनुसार, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर एक व्यक्ति ने अज्ञात अभियुक्तों के खिलाफ 18.11 लाख रुपये की धोखाधड़ी का अभियोग पंजीकृत कराया था। निरीक्षक विकास भारद्वाज की विवेचना में सामने आया कि शिकायतकर्ता से ठगी रकम दिल्ली से जयपुर ट्रांसफर की गई थी।
जिसके बाद एसटीएफ ने राजस्थान से कादिर खान और अनीश खान निवासी सीकर, राजस्थान को गिरफ्तार किया था। यहां से रकम की जिन खातों में निकासी की गई, उनके साक्ष्य मिलने के बाद एसटीएफ ने कर्नाटक से गैंग के सदस्य राघवेन्द्र पुत्र गणेश निवासी दावणगेर, कर्नाटक को गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे की थी साइबर ठगी
एसएसपी के अनुसार, साइबर गैंग के सदस्य ने दून निवासी पीड़ित व्यक्ति से व्हाट्सएप के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को फ्लिपकार्ट का गिफ्ट गिविंग मैनेजर बताया था और यू ट्यूब चैनल्स को लाइक व सब्स्क्राइब करने का टास्क देकर घर बैठे लाभ कमाने का झांसा दिया। इसके बाद क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन ट्रेडिंग कर भारी लाभ कमाने का लालच देकर इस व्यक्ति को टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ दिया। ग्रुप में पहले से मौजूद साइबर ठगों ने आपराधिक साजिश के तहत पीड़ित व्यक्ति को कई वेबसाइटों के लिंक भेजकर झांसा दिया कि यदि यहां निवेश करोगे तो कई गुना प्रॉफिट होगा। इस साइबर ठगों ने भिन्न-भिन्न लेनदेन कर 18.11 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली।
क्रिप्टो प्लेटफार्म से करते हैं एक्सचेंज
यह संगठित गिरोह लोगों के चालू बैंक खाते खुलवाता है और इसमें अपराध से जुड़ी ठगी गई धनराशि को अलग-अलग बैंक खातों में भेजकर किसी भी क्रिप्टो प्लेटफार्म से धन को क्रिप्टो में बदलकर धनराशि को आगे भेज देता है। गिरफ्तार आरोपी राघवेंद्र ने अलग-अलग बैंक खातों का प्रयोग किया। जिनमें अभी तक 13 करोड़ के विवादित/संदिग्ध लेनदेन की बात सामने आई है। इस साइबर गैंग के खिलाफ अभी तक उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, केरला, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तमिलनाडू, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान, तेलंगाना में शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।
