पीलीभीत: संभलकर करें सफर..खुले में रखे बिजली के ट्रांसफार्मर, नहीं कोई सुरक्षा इंतजाम.. हर वक्त हादसे का डर
पीलीभीत, अमृत विचार। पावर कारपोरेशन अघोषित कटौती और ट्रिपिंग की समस्या का अभी तक समाधान नहीं कर सका है। जर्जर संसाधनों को बदलने और क्षमता बढ़ाने का कार्य भी दावों तक सीमित है। सप्लाई की बात छोड़ दें तो राहगीरों की सुरक्षा को लेकर भी तस्वीर बेपरवाह बनी हुई है।
आम गली मोहल्लों से लेकर मुख्य मार्गों पर खुल में रखे ट्रांसफार्मरों से हादसे का डर बरकरार है। न तो कोई बाउंड्री बनाई गई न ही जाल लगाए गए हैं। जबकि विद्युत ट्रांसफार्मर रखने के लिए तमाम नियम बनाए गए हैं। इनमें ट्रांसफार्मर चबूतरे रखा होना चाहिए। ट्रांसफार्मर में आने वाली सप्लाई के तारों में गार्डिंग लगी हो। साथ ही ट्रांसफार्मर के चारों ओर जाली का घेरा होना भी जरूरी है। मगर शहर की बात करें तो इन नियमों को सिर्फ कागजों में ही पूरा किया जा सका है।
दृश्य एक: जाटों चौराहा
रोडवेज से जेपी रोड की तरफ जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित व्यस्ततम जाटो चौराहा पर दिन-रात आवाजाही रहती है। ट्रांसपोर्ट से जुड़े बड़े वाहनों की आवक रहने के चलते जाम की स्थिति भी दिन में कई बार बनती है। ऐसे में पैदल और दुपहिया वाहन पर सवार लोग ट्रांसफार्मर के नजदीक से होकर ही गुजरते दिखाई देते हैं। इसके बावजूद यहां पर रखे ट्रांसफार्मर के आसपास सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं।
दृश्य दो: टनकपुर हाईवे
टनकपुर हाईवे पर गौहनिया चौराहा के 100 मीटर आगे गौहनिया तालाब के पास ट्रांसफार्मर रखा हुआ है। इस मार्ग पर दिन में स्कूली वाहन गुजरते हैं। हाईवे होने की वजह से ट्रैफिक 24 घंटे रहता है। कई बार जाम लगने पर ट्रांसफार्मर से सटकर ही आवाजाही करनी पड़ती है। ऐसे में राहगीरों को हादसे का डर बना रहता है। रात के वक्त रोशनी के पुख्ता इंतजाम न होने की वजह से अधिक दिक्कत रहती है।
दृश्य तीन: नेहरू पार्क के पास
हाईवे के अलावा अन्य मुख्य मार्गों के पास रखे ट्रांसफार्मरों में भी न तो जाल दिखाई देता है न ही कोई अन्य सुरक्षा इंतजाम। नेहरू पार्क में आवाजाही अधिक रहती है। खासकर बच्चे इधर से गुजरते हैं। इसके बाद भी नेहरू पार्क के सामने की तरफ स्थित मार्ग पर बेपरवाही उजागर हो रही है। खुले में रखे ट्रांसफार्मर के पास से गुजरते वक्त हादसे का खतरा बना रहता है।
दृश्य चार: गांधी स्टेडियम रोड
गांधी स्टेडियम रोड पर पहले ही अतिक्रमण की भरमार होने से जाम की स्थिति रहती है। उस पर पावर कॉरपोरेशन के संसाधनों को रखने में भी लापरवाह तस्वीर उजागर हो रही है। एक प्रमुख अस्पताल के बाहर दो ट्रांसफार्मर खुले में रखे हुए हैं। इनके पास ही वाहनों की पार्किंग की जाती है। मरीज और उनके तीमारदारों की आवाजाही होती है। इसके बाद भी सुरक्षा के लिहाज से ट्रांसफार्मर के आसपास कोई काम नहीं कराया जा सका है।
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