पीलीभीत: 2024 के सपा से दावेदार पड़ गए मुश्किल में...मेडिकल कॉलेज स्टाफ पर झाड़ा रौब, चिकित्सकों से अभद्रता और धरे गए..अब पुलिस कर रही जांच
पीलीभीत, अमृत विचार। मेडिकल कॉलेज में कार में सवार होकर पहुंचे तीन कथित सपा नेताओं को डॉक्टरों समेत अन्य स्टाफ पर रौब झाड़ना महंगा पड़ गया। करीब आधे घंटे तक पहले अस्पताल का बकायदा जनप्रतिनिधि और अफसर की तर्ज पर निरीक्षण करते हुए दिशानिर्देश दिए जाते रहे।
स्टाफ से अभद्रता करते ही मामला बिगड़ गया और फिर चर्चा है कि एकजुट होकर कर्मियों ने घेर लिया व उनकी पिटाई तक कर दी गई। मेडिकल कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को हिरासत में ले लिया। मामला जिलेभर में चर्चा का विषय बना रहा।
घटनाक्रम मंगलवार का है। मेडिकल कॉलेज का स्टाफ मरीजों को देखते हुए कामकाज निपटा रहा था। बताते हैं कि खुद को सपा का नेता बताते हुए तीन युवक पहुंचे। पहले इमरजेंसी वार्ड में गए। फिर अन्य वार्ड में जाकर हालात परखते रहे।
स्टाफ को डस्टबिन साफ रखने, चैंबर बिना अनुमति न छोड़ने समेत अन्य दिशानिर्देश देते रहे। इसके बाद ऊपरी तल पर भी चले गए। वहां पर भी रौब झाड़ना शुरू कर दिया। महिला डॉक्टर से भी उनकी तीखी बहस हुई। जब बात अभद्रता तक पहुंच गई तो स्टाफ एकजुट हो गया।
जिसके बाद तीनों युवकों को घेर लिया और सवाल जवाब किए गए। इनके पास किसी तरह का कोई पर्चा भी नहीं था। जिससे साफ हो गया कि वह किसी मरीज के साथ नहीं हैं। खुद को घिरता देख पहले तो कुछ देर और रौब झाड़ा। मगर बाद में बैगफुट पर आते गए।
इसकी सूचना कार्यवाहक प्राचार्य डॉ.संजीव सक्सेना ने पुलिस को दी। बताते हैं कि सपा के कुछ पदाधिकारियों से भी संपर्क कर जानकारी कर ली गई थी। कोतवाली पुलिस मेडिकल कॉलेज पहुंची और तीनों को हिरासत में लेकर कोतवाली आ गई।
मामले में स्टाफ ने संयुक्त रुप से कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। जिसमें बताया कि तीन अज्ञात व्यक्ति मेडिकल कॉलेज में आए। चिकित्सक कक्ष, वार्ड आदि में जाकर स्टाफ से अभद्रता की गई। धमकियां देते हुए सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई। यह भी आरोप लगाया कि तीनों कुठछ लोगों से रुपये की मांग भी कर रहे थे। ओपीडी के काम को भी बाधित कर दिया।
चिकित्सकों की शैक्षिक योग्यता पर भी सवाल उठाए। महिला चिकित्सक से भिड़ते हुए आला भी छीन लिया। इनकी वजह से मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य कार्य बाधित रहा और अराजकता का माहौल बना रहा। मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
जब कार बचाने की कर दी कोशिश
तीनों लोगों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की और पता करना चाहा कि वह किस वाहन से आए हैं। इस पर कार से आने की बात छिपाते हुए तीनों ने ई-रिक्शा से आना बता दिया। मगर स्टाफ के कुछ लोगों ने उनकी पोल खोल दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों का वाहन भी तलाश लिया।
..तो कर रहे हैं लोकसभा चुनाव की तैयारी
पकड़े गए तीन युवकों को आपस में रिश्तेदार बताया जा रहा है। इनमें से एक को लेकर चर्चा है कि वह सपा से खुद को लोकसभा चुनाव का दावेदार बताते हैं। उनकी तरफ से अपने फ्लैक्स भी तमाम स्थानों पर लगाए गए हैं। जिसके जरिए नववर्ष, मर संक्रांति से लेकर गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी गई है। ऐसे में मामला जब सोशल मीडिया तक पहुंचा तो हास्यास्पद स्थिति बनी रही।
इस नाम का कोई भी व्यक्ति समाजवादी पार्टी का पदाधिकारी नहीं है। कुछ फ्लैक्स जरुर इस नाम के लगे देखे हैं। हो कसता है कि टिकट के लिए उनकी तरफ से आवेदन किया गया हो। घटना क्या हुई है? इसके बारे में जानकारी नहीं है। - जगदेव सिंह जग्गा, जिलाध्यक्ष सपा
सूचना मिली थी कि कुछ लोग मेडिकल कॉलेज में पहुंचकर स्टाफ से अभद्रता कर रहे हैं। जिसके बाद पुलिस बल मौके पर गया था। आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। मामले की जांच करा रहे हैं - नरेश त्यागी, कोतवाल।
