Mahoba News: ट्रक की टक्कर से परीक्षार्थी की मौत...गुस्साए ग्रामीणों ने झांसी मिर्जापुर हाईवे किया जाम

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Published By Nitesh Mishra
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महोबा में परीक्षार्थी की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने झांसी मिर्जापुर हाईवे किया जाम

महोबा, अमृत विचार। झांसी मिर्जापुर हाईवे मेें स्थित मानव कल्याण सेवा समिति इंटर कालेज नाहदौरा परीक्षा केंद्र में हाईस्कूल की परीक्षा देने गए छात्र को ट्रक ने कुचल दिया, जिससे उसकी घटनास्थल पर मौत हो गई। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। 

घटना से गुस्साए परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर हाईवे जाम कर दिया। डेढ़ घंटे तक जाम लगा रहने पर मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी और सीओ सदर ने मामले की जांच कराकर दोषीजनों पर कार्रवाई कराए जाने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। 

थाना खन्ना के ग्राम कुलकुआं निवासी हिमांशु (16) पुत्र नरेश गुरुवार को हाईस्कूल की परीक्षा देने मानव कल्याण सेवा समिति इंटर कालेज नाहदौरा गया हुआ था, परीक्षा के समय गेट पर चल रही चेकिंग दौरान ड्यूटी पर तैनात शिक्षकों ने हाथ में पहने घड़ी को उतार कर आने को कहा, तभी छात्र हाईवे पार करके एक दुकान में घड़ी रखकर लौट रहा था, तभी तेज रफ्तार आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। 

 दुर्घटना के बाद ट्रक चालक वाहन सहित भाग गया। बेटे की मौत की खबर मिलते ही परिजन मौके पर पहुंच गए।
बेटे का शव देखकर गुस्साए परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से झांसी मिर्जापुर हाईवे पर जाम लगा दिया, जिससे महोबा से बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज आदि आने जाने वाले तमाम वाहन जाम में फंस गए। 

परिजन विद्यालय प्रबंधन और चेकिंग में लगे शिक्षकों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। आरोप लगाया कि विद्यालय प्रबंधन ने परीक्षार्थियों का सामान रखने का कोई इंतजाम नहीं किय, जिससे परीक्षार्थी हाईवे में बनी दुकानों और मकानों में इधर उधर भाग कर अपना सामान रखते हैं, जिसके चलते यह हादसा हो गया, यदि विद्यालय प्रबंधन ने विद्यालय के समीप सामान रखने की व्यवस्था की होती तो यह हादसा टल सकता था। 

जाम की सूचना मिलने पर पुलिस फोर्स के साथ एसडीएम सदर जितेंद्र कुमार ने परिजनों को मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। डेढ़ घंटे बाद जाम खुलने के बाद आवागमन बहाल हो सका। 

विद्यालय प्रबंधन द्वारा परीक्षार्थियों की सामग्री रखने के लिए कोई व्यवस्था न किए जाने से परीक्षार्थी इधर उधर भटकते रहते हैं। यदि परीक्षार्थियों के सामान रखने की व्यवस्था की गई होती तो परीक्षार्थी की जान न जाती। मृतक के चाचा मनोज कुमार ने आरोप लगाया कि कक्ष निरीक्षकों द्वारा न तो चेकिंग दौरान घड़ी अपने पास रखी गई और न ही कोई व्यवस्था की गई।

इससे परीक्षार्थी सामान रखने के लिए एक दुकान से दूसरी दुकान पर भटकता रहा, बमुश्किल एक दुकान सामान रखने के लिए तैयार हुआ, इसके बाद परीक्षार्थी जल्दबाजी में परीक्षा केंद्र की तरफ आ रहा था तभी ट्रक ने कुचल दिया। छात्र दो भाई थे, मृतक हिमांशु बड़ा भाई था।

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