पीलीभीत: जमीन का पट्टा, राशन कार्ड और आवास के आश्वासन पर माना परिवार, किया अंतिम संस्कार

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Published By Vishal Singh
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पीलीभीत, अमृत विचार। जेल में बंद दुष्कर्म के आरोपी के खुदकुशी करने का मामला गुरुवार को भी तूल पकड़ा रहा। शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए परिवार को राजी करने के लिए पुलिस प्रशासनिक अफसर गांव पहुंचकर वार्ता करने में जुटे रहे।

वहीं, भाजपा विधायक की मौजूदगी में दिन भर चली वार्ता के बाद जमीन का पट्टा, राशन कार्ड और सरकारी योजना के तहत आवास की सुविधा परिवार को मुहैया कराने के लिखित आश्वासन पर बात बन गई।

जिसके बाद मृतक की मां की ओर से जेल प्रशासन के खिलाफ खुदकुशी को विवश करने के आरोप में तहरीर भी दी गई। जिस पर जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया है। फिलहाल शाम करीब चार बजे शव का अंतिम संस्कार होने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली है।

बता दें कि किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में जिला कारागार में बंद 24 वर्षीय सुखविदंर ने शौचालय में मफलर से फंदा लगाकर जान दे दी थी। शव का पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया था। जिसमें फंदे से लटकने से मौत होने की पुष्टि हुई। शव पोस्टमार्टम के बाद परिवार वाले माधोटांडा थाना क्षेत्र के ग्राम शाहगढ़ स्थित अपने घर पर ले गए थे और अंतिम बुधवार को अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया था। 

परिवार वाले अनहोनी की आशंका जताते हुए मौत को लेकर सटीक जानकारी न देने का आरोप जेल प्रशासन पर लगा रहे थे। गुरुवार को भी सुबह से ही गांव में मृतक के परिवार के पक्ष में भीड़ जमा रही। बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद भी गांव पहुंच गए। एसडीएम कलीनगर आशुतोष गुप्ता, सीओ पूरनपुर आलोक सिंह, एसओ माधोटांडा अचल कुमार पुलिस बल के साथ गांव पहुंच गए थे। जिसके बाद परिवार वालों को मनाने का सिलसिला चलता रहा।

कई घंटे तक आरोप -प्रत्यारोप के बीच वार्ता चलती रही। फिर परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए हरसंभव मदद करने व जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत करा दिया गया। मां प्रेमा देवी की ओर से जेल प्रशासन के खिलाफ खुदकुशी को विवश करने की तहरीर दी गई। 

उधर, मृतक की मां प्रेमा देवी के नाम अंत्योदय राशन कार्ड जारी करने, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नियमानुसार लाभांवित करने, करीब सात बीघा ग्राम समाज की जमीन का पट़्टा करने, पुत्री राखी के ससुरालियों से आर्थिक मदद दिलाने के लिए नियमानुसार प्रयास कराने का लिखित आश्वासन दिया गया। जिसके बाद परिवार वाले मान गए और शाम को गमगीन माहौल में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

जेल प्रशासन पर वसूली के भी आरोप
मृतक बंदी सुखविंदर की मां प्रेमा देवी की ओर से दी गई तहरीर में जेल प्रशासन पर कई आरोप लगाए गए हैं। जिसमें बताया कि दस फरवरी को वह मुलाकात के दौरान जेल में बंद बेटे को 1500 रुपये देकर आई थी। 19 फश्रवरी को बेटे ने कोर्ट में पेशी के दौरान दूसरे पुत्र विजयपाल और दामाद बबलू से 4500 रुपये और भिजवाने की बात कही थी। पूछने पर बताया था कि जेल से मांगे गए हैं। अगर रुपये नहीं दिए तो काम कराया जाता है, जिसमें दिक्कत होती है। मगर रुपये का बंदोबस्त परिवार नहीं कर सका और दो दिन बाद ही बेटे की मौत की खबर मिल गई। जेल प्रशासन पर मारपीट करके बेटे कोखुदकुशी के लिए विवश करने का आरोप लगाया। फिलहाल जांच कर कार्रवाई का आश्वासन देकर परिवार को शांत कराया गया है।

मृतक के परिवार वालों से वार्ता हुई थी। जिसके बाद कुछ मांगों पर आश्वासन दिया गया है। परिवार वाले आश्वस्त हो गए थे। शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है- आशुतोष गुप्ता, एसडीएम कलीनगर। 

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