गोंडा: कमीशनखोरी में अटका मनकापुर की 8 एएनएम का वेतन, तमाम कवायदों के बाद भी नहीं रिलीज हो रही salary
वेतन देने में हीला हवाली कर रहे अधीक्षक व बाबू
मनकापुर, गोंडा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनकापुर में कार्यरत 8 एएनएम का 4 महीने का वेतन कमीशनखोरी में फंस गया है। तमाम कवायदों के बावजूद विभागीय बाबू व अधिकारी बिना कमीशन वेतन रिलीज करने को तैयार नहीं है। बकाया वेतन की मांग को लेकर एएनएम अस्पताल से लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय तक का चक्कर काट रही हैं।
अंजनी शुक्ला, उर्मिला शुक्ला, शशिकिरन सिंह, शकुंतला सिंह, इन्दु देवी, शशि पान्डेय, कंचन देव व रचना वर्मा मनकापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एएनएम के पद पर कार्यरत हैं।
बीते सितंबर माह में इन सभी का तबादला खरगूपुर कर दिया गया था। इस स्थानांतरण के खिलाफ इन सभी ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर स्थानांतरण को निरस्त करने की मांग की थी। हालांकि इस दौरान सभी एएनएम अपने नए तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण करते हुए कार्य करती रही। बाद में कोर्ट ने तबादला निरस्त किया तो यह सभी फिर से मनकापुर पहुंच गयीं। इस दौड़ भाग में इन सभी का वेतन फंस गया। वापसी के बाद विभाग ने इन्हे जनवरी महीने का वेतन तो दे दिया लेकिन सितंबर से यह दिसंबर तक का वेतन भुगतान नहीं हो सका।
इस चार महीने के वेतन के लिए अधिकारी इन सभी को टरकाते रहे। बताया जा रहा है कि बकाया वेतन के भुगतान के लिए कमीशन की मांग की जा रही है। अपने बकाया वेतन के लिए यह कर्मचारी सीएचसी अधीक्षक से लेकर सीएमओ कार्यालय तक का चक्कर रहा रहीं है लेकिन उन्हे भुगतान नहीं किया जा रहा है।
इस बाबत जब चिकित्सा अधीक्षक एस एन सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि तबादला होने के बाद इन एएनम का एलपीसी खरगूपुर नहीं गया। जिससे इनका वेतन नहीं मिल पाया। वेतन भुगतान खरगूपुर से हो या मनकापुर से इस संबंध में सीएमओ से पत्राचार कर राय मांगी गयी है। जल्द ही इन सभी को बकाया वेतन मिल जाएगा। वेतन के बदले कमीशन मांगे जाने को उन्होने निराधार बताया है।
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