प्रयागराज: लोक सेवा आयोग का गेट छावनी में तब्दील, धरना स्थल पर पुलिस और छात्र आए आमने-सामने, हुआ जमकर टकराव

Amrit Vichar Network
Published By Sachin Sharma
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छात्र महाकुंभ की अपील पर पहुंचे छात्रों को पुलिस ने खदेड़ा

प्रयागराज। समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी पेपर लीक आउट मामले में सोमवार को छात्रों द्वारा छात्र महाकुंभ आयोजन पर प्रयागराज पहुंचे छात्र और पुलिस प्रशासन आमने-सामने आ गए है। आयोग गेट पर पहुंचने से पहले ही छात्रों को खदेड दिया गया। वहीं छात्र बड़ी तादात में सिविल लाइन्स पत्थर गिरजाघर धरना स्थल पर पहुंचकर हंगामा करने लगे। मौके पर पहुंचे एसीपी श्वेताभ पाण्डेय, एसीपी सत्येंद्र तिवारी और भारी संख्या में कई थानों की फोर्स पहुंच गयी। छात्रों को काफी समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन छात्र अपनी मांग पर अड़े रहे। देर शाम तक आंदोलन जारी रहा। 

मालूम हो कि समीक्षा अधिकारी (आरओ)/ सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा पेपर लीक का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त किये जाने के बाद छात्रों ने इस परीक्षा को भी निरस्त कराते हुए दोबारा कराने की मांग को लेकर आंदोलनरत है। रविवार को सोशल मीडिया में बड़ी तादाद में कोचिंग संस्थानों और एजुकेशनल मोटीवेटर की तरफ से छात्र महाकुंभ के लिए छात्रों को लोक सेवा आयोग के गेट के बाहर जमात होने की अपील की गई थी। जिसके बाद प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी दिखाते हुए लोक सेवा आयोग के आसपास के इलाकों को रात में ही छावनी में तब्दील कर दिया है।

लोक सेवा आयोग की बेरिकेटिंग करने के बाद बड़ी तादाद में सियासी दलों से जुड़े छात्र संगठन और छात्र संघ के छात्र भी लोक सेवा आयोग पहुंचना चाह रहे थे। लेकिन रास्ते में ही पुलिस प्रशासन और उनके बीच झड़प हो गयी। करीब दर्जन भर छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और थाने भेज दिया। छात्रों ने एक जुट होकर विरोध करते हुए सिविल लाइंस धरना स्थल पहुंचे और जमकर हंगामा शुरु कर दिया। उस दौरान मौके पर भारी पुलिस फोर्स और एसीपी सत्येंद्र तिवारी, एसीपी श्वेताभ पांडेय भारी फोर्स के साथ पहुंचे और छात्रों को शान्त कराना शुरु कर दिया। छात्र अपनी मांगो को लेकर अड़े हुए थे। छात्रों को समझाने में एसीपी के पसीने छूट गये।

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प्रतियोगी छात्र रविंद्र ने बताया आरओ और एआरओ की परीक्षा 11 फ़रवरी को कराई गयी। जिसका पेपर लीक हो गया था। वही 17 और 18 फ़रवरी को हुए पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद उसे सरकार ने निरस्त कर दिया। जबकि इससे पहले हुए समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी के पेपर लीक के मामले में सरकार ने कोई कदम नही उठाया, न ही पेपर को निरस्त कराया। वहीं छात्र नीरज ने बताया कि उनकी मांगो को पूरा किया जाये। उनकी मांग है कि हिरासत में लिए गये छात्रों को छोड़ दिया जाये। इसके साथ ही परीक्षा को निरस्त कर दोबारा कराई जाए। सुबह से देर शाम तक चले हंगामे और प्रदर्शन के बाद पांच छात्रों को कमिश्नर रमित शर्मा के साथ मुलाक़ात कर वार्ता कराने का आश्वासन दिया गया। जिसके बाद छात्र शान्त हुए। 

सिविल लाइंस में छात्रों को खदेड़ा, भांजी लाठी

आंदोलन कर रहे छात्रों को समझा पाने में नाक़ामयाब पुलिसकर्मियों ने छात्रों को खदेड़ना शुरु कर दिया। इस दौरान सड़क पर छात्र धक्का मुक्की कर भागने लगे। पुलिस ने छात्रों पर लाठी भी चलाने की कोशिश की। मौके पर दर्जन भर छात्रों को हिरासत में भी लिया गया और थाने भेज दिया गया। कई छात्रों का मोबाइल भी छिनकर जमा करा लिया गया। पुलिस ने हंगामा करने वाले छात्रों का वीडियो भी बनवाया है। 

आम आदमी पार्टी ने छात्रों का किया समर्थन

समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा पेपर लीक मामले में सोमवार आंदोलन करने वाले  छात्रों के समर्थन में आम आदमी पार्टी भी कूद गई है। समर्थन करते हुए आम आदमी पार्टी केकार्यकर्ताओं नेधरना स्थल पत्थर गिरजाघर पर पहुंचकर सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की।

आप पार्टी के जिला अध्यक्ष सर्वेश यादव ने कहा कि सरकार छात्रों के साथ अनदेखा व्यवहार कर रही है। यह बीजेपी सरकार की चाल है। जो छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर छात्रों की मांग पर परीक्षा दोबारा नहीं कराई गई तो छात्रों के साथ-साथ आम आदमी पार्टी भी सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगी।

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