Kanpur News: रिहा हुए कैदी करेंगे व्यापार; परिवार को पालेंगे... खाई इस बात की कसम.... जानें मामला

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। जिला कारागार कानपुर में अपनी मूल सजा पूरी करने के बाद जुर्माने के व्यतिक्रम की सजा काट रहे तीन सिद्धदोष बंदियों को सामाजिक संस्था कुछ कोशिशें चैरिटेबल एसोसिएशन ने जुर्माना जमा कराकर कारागार से रिहा कराया। इस दौरान रिहा बंदियों ने प्रण लिया कि वह छोटा मोटा व्यापार करके परिवार का पालन पोषण करेंगे। 

कारागार अधीक्षक डॉ बीडी पांडेय ने बताया गया जिला कारागार में कुल तीन ऐसे सिद्धदोष बंदी निरुद्ध थे, जिन पर अन्य कोई मामला लंबित नहीं था और ये सभी अर्थदंड के व्यतिक्रम की सजा काट रहे थे। सामाजिक संस्था कुछ कोशिशें चैरिटेबल एसोसिएशन’ की ओर से तीनों सिद्धदोष बंदियों को उनका जुर्माना कोषागार में जमा कराकर उन्हें कारागार से रिहा कराया गया। 

रिहा होने वाले बंदियों में बब्लू उर्फ भख्खर निवासी कुली बाजार को 06 वर्ष का कारावास व छह हजार रुपये अर्थदंड, हर्ष गौतम उर्फ राज निवासी रामबाग को एक वर्ष छह माह का कारावास व एक हजार का अर्थदंड, दीपक वर्मा निवासी शक्करमील खलवा चार वर्ष का कारावास व एक हजार का अर्थदंड के बदले की सजा व्यतीत कर रहे थे। 

चैरिटेबल ट्रस्ट के सदस्यों ने रिहा होने वाले बंदियों से जानकारी ली कि रिहा होने के बाद वह अपना जीवन-यापन कैसे व्यतीत करेगें। इस पर बंदी हर्ष गौतम ने बताया कि वह बैट्री रिक्शा चलाकर परिवार का पालन पोषण करेगा। बंदी दीपक ने बताया कि दिल्ली के होटल में तन्दूर लगाकर परिवार को पालेगा। 

वहीं बंदी बब्लू उर्फ भख्खर ने बताया कि उसकी आय का कोई साधन नहीं है। वह सब्जी का ठेला लगाकर जीवन यापन करेगा। जिस पर संस्था ने उसे ठेले की व्यवस्था करा दी। इस अवसर पर प्रशिक्षु जेल अधीक्षक अंकेक्षिता श्रीवास्तव, जेलर अनिल कुमार पांडेय व राजेश कुमार, डिप्टी जेलर राजेश कुमार मौर्य व अनिल कुमार उपस्थित रहे।

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