RO-ARO परीक्षा: 5 दिन से धरने पर बैठे छात्रों को अब तक नहीं मिला न्याय, साक्ष्य देने के बाद भी मौन बना आयोग
प्रयागराज। समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी पेपर लीक आउट मामले में प्रतियोगी छात्र और छात्राओं में अनिश्चित कालीन धरना शुरु कर दिया है। गुरूवार को धरने पर बैठे छात्रों ने शासन और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि जब आयोग कि जांच कमेटी को साक्ष्य दिया जा चुका है तो किस बात पर आयोग मौन है।
मालूम हो कि समीक्षा अधिकारी (आरओ)/ सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा पेपर लीक के मामले में प्रतियोगी छात्र छात्राओं ने आर - पार की लड़ाई का मन बना लिया है। सिविल लाइन्स के पत्थर गिरजाघर के सामने धरना स्थल पर बैठे छात्रों ने पेपर लीक मामले में जमकर नारे बाजी की।
छात्रों का कहना है कि पांच दिन-पांच रात से इस धरना स्थल पर प्रदर्शन चल रहा है। छात्रों की सुनने वाला कदम नही है। पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक के बाद उसे निरस्त कर दिया गया। लेकिन आरओ/ एआरओ परीक्षा को निरस्त नही किया जा रहा है। छात्रों को आयोग अधिकारी से मिलने नही दिया जा रहा है।
धरना स्थल को भी पूरी तरह से सील कर दिया गया है। किसी भी छात्र को बैरिकेडिंग के बाहर नही निकलने दिया जा रहा है। प्रतियोगी छात्र ने बताया जब आयोग को साक्ष्य दिया जा चुका है। लाखो मेल किया गया है। इसके बावजूद आयोग आर अभी तक कोई फैसला नही लिया है। छात्रों का कहना है कि जब तक परीक्षा को निरस्त नही किया जाएगा तब तक इसी तरह से धरना स्थल पर अनवरत प्रदर्शन चलता रहेगा।
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