मुजफ्फनगर में शिक्षक की हत्या की कन्नौज में गूंज...परीक्षकों ने नहीं जांची कॉपियां, आरोपियों पर कार्रवाई की मांग

मुजफ्फनगर कांड की वजह से शहर के दोनों मूल्यांकन केंद्रों पर दो मिनट का मौन रखा

मुजफ्फनगर में शिक्षक की हत्या की कन्नौज में गूंज...परीक्षकों ने नहीं जांची कॉपियां, आरोपियों पर कार्रवाई की मांग

कन्नौज, अमृत विचार। जिले में भी मुजफ्फरनगर में शिक्षक की हत्या की गूंज रही। इसके चलते दोनों ही मूल्यांकन केंद्रों पर परीक्षकों ने कॉपियां नहीं जांचीं। पुलिसकर्मी पर शिक्षक की हत्या का आरोप लगाकर कार्रवाई व पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद की मांग हुई। साथ ही केंद्रों पर दो मिनट का मौन रखा गया। 

सोमवार को सुबह शहर के मूल्यांकन केंद्रों एसबीएस इंटर कॉलेज व केके इंटर कॉलेज में प्रतिदिन की तरह परीक्षक व उप प्रधान परीक्षक हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की कॉपियां जांचने के लिए पहुंचे। वहां जानकारी मिली कि वाराणसी से यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियां वाहन से लेकर 17 मार्च की रात करीब दो बजे शिक्षक धर्मेंद्र कुमार मुजफ्फरगनर पहुंचे। उनके साथ पुलिसकर्मी भी थे।

मूल्यांकन केंद्र का गेट बंद होने के कारण सभी लोग वाहन में विश्राम कर रहे थे। इसी दौरान मुख्य आरक्षी चंद्र प्रकाश के सरकारी शस्त्र से गोली चली, जिससे धर्मेंद्र की मौत हो गई। मुख्य आरक्षी पर नशे में धुत होकर हत्या करने का आरोप लगा है। इसी को लेकर शिक्षकों ने मूल्यांकन केंद्रों पर एकजुट होकर नाराजगी जताई। 

विरोध में कॉपियों का मूल्यांकन नहीं किया। दोनों ही केंद्रों पर शिक्षकों ने दो मिनट का मौन रखकर पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की मदद करने की मांग की गई। साथ ही परिजन को सरकारी सेवा में लेने व आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग हुई। 

उपनियंत्रक एके शर्मा व एसएल सिंह ने बताया कि मूल्यांकन के तीसरे दिन एक भी कॉपी नहीं जांची गई। इस मौके पर वीरेंद्र राठौर, बृजेंद्र कमल, मनीष सक्सेना, सर्वजीत आर्या, मुनेश्वर सिंह, रामजीत गुप्ता, तौकीर रजा, राखी द्विवेदी, अंकिता पांडेय, तंजीम अहमद, प्रवेश कुमार, राजेश सिंह व डॉ. एमके भारती मौजूद रहे।

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