सिग्नल एक्सचेंज व CCTV सर्विलांस सिस्टम जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है गोंडा लोको शेड का यह रेल इंजन, खूबियां जानेंगे तो दातों तले दबा लेंगे उंगलियां!

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Published By Sachin Sharma
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गोंडा से पटियाला तक किया गया इंजन का सफल ट्रायल, डीआरएम ने दी बधाई

गोंडा, अमृत विचार। गोंडा लोको शेड में कार्यरत रेलवे के इंजीनियरों ने एक ऐसा रेल इंजन तैयार किया है जो न सिर्फ सभी तरह के मौसम में परिचालन को आसान बनायेगा बल्कि इंजन में लगे 12 सीसीटीवी कैमरे लोको पायलट को ट्रेन संचालन और उपकरण की निगरानी में भी मदद करेंगे। 

इस एसी रेल इंजन को सिग्नल एक्सचेंज व सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम से लैस किया गया है जो सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसके साथ ही इसमें लोको पायलट के लिए भी कई तरह की सुविधाएं दी गयी हैं। 

इनमें इंजन के भीतर ही वाटर लेस यूरीनेल और मल्टी फीचर ड्राइवर शीट भी लगायी गयी है जो चालकों की यात्रा को आरामदायक बनायेगी। हाल ही में इस रेल इंजन का सफल ट्रायल  गोंडा से पटियाला के बीच किया गया। इस उपलब्धि के लिए मण्डल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार ने गोंडा लोको शेड में कार्यरत इंजीनियरों की टीम को बधाई दी है।

गोंडा लोको शेड में कार्यरत रेलवे के इंजीनियरों ने एक बार फिर अपनी उपलब्धियों से पूर्वोत्तर रेलवे को गौरव प्रदान करने का काम किया है। यहां के इंजीनियरों ने एक ऐसा वातानुकूलित इंजन बनाने मे सफलता प्राप्त कर ली है जो कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि नये रेल इंजन संख्या 43282 को नई सुविधाओं के साथ अपग्रेड किया गया है। यह इंजन पूरी तरह से वातानुकूलित है, जिससे गर्मी और बरसात के मौसम में लोको पायलट बिना किसी असुविधा के रेल संचालन कर सकेंगे। 

इस एसी रेल इंजन को सिग्नल एक्सचेंज व सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम से लैस किया गया है जो न सिर्फ परिचालन को आसान बनायेगा बल्कि इंजन में लगे 12 सीसीटीवी कैमरे लोको पायलट को ट्रेन संचालन और उपकरण की निगरानी में भी मदद करेंगे। इस रेल इंजन के भीतर अत्याधुनिक उपकरणों का प्रयोग किया गया है जिससे लोको केबिन में बाहरी तथा इंजन की ध्वनि में लगभग 40 प्रतिशत की गिरावट होगी। 

ध्वनि अवरोधक छत, सिग्नल एक्सचेंज सिस्टम, एलईडी हेडलाइट, मल्टी फीचर ड्राईवर सीट, इंस्पेक्शन सीट, सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम, सामान रखने की सुसज्जित व्यवस्था और फॉग सेफ्टी डिवाइस की व्यवस्था की गयी है। वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर आशीष कुमार मद्धेशिया के निर्देशन में गोंडा से पटियाला स्टेशन के बीच इस रेल इंजन का सफल ट्रायल किया गया जिसके तकनीकी और व्यवहारिक परिणाम पूरी तरह सकारात्मक रहे।

इस विद्युत इंजन में कई आधुनिक सुविधाएं दी गई है। इसमें लोको पायलट इंजन के अंदर लगे बटन को दबाकर बिना खिड़की खोले सिग्नल का आदान-प्रदान कर सकता है। इसमें आरामदेय कुर्सी, सुसज्जित सामान रखने की व्यवस्था तथा आपातकालीन टूल बॉक्स की सुविधा भी है। लम्बी दूरी की मालगाड़ी के संचालन के दौरान लोको पायलट, विशेषकर महिला लोको पायलटों को प्रसाधन की समस्या न हो इसके लिए इंजन में ‘वाटरलेस यूरिनल’ का प्रावधान किया गया है। इस उपलब्धि के लिए मण्डल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार ने टीम को बधाई दी है।

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