Auraiya: ट्रॉली बैग में मिला अपहृत बच्चे का शव; पुलिस से मुठभेड़ में आठ आरोपी हुए गिरफ्तार, इसलिए किया था अपहरण...
क्रिकेट खेलने के बहाने ले गए थे आरोपी
औरैया, अमृत विचार। थाना ऐरवाकटरा कटरा क्षेत्र की चौकी एवं गांव उमरैन से शनिवार को अपहृत हुए बच्चे का शव पुलिस ने एक ट्रॉली बैग में बरामद कर लिया है। इसके अलावा पुलिस ने मुठभेड़ में घटना में संलिप्त आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ में घायल सभी आरोपियों को इलाज के लिए सीएचसी ऐरवाकटरा में भर्ती कराया गया। पुलिस अधीक्षक चारू निगम भी घटना स्थल पर पहुंची।
थाना ऐरवाकटरा क्षेत्र की चौकी एवं गांव उमरैन निवासी सर्राफा व्यवसाई शकील का 11 वर्षीय पुत्र शुभम अपने घर से शनिवार की दोपहर में 3 बजे पड़ोसी व कुछ अन्य के साथ खेलने के लिए निकला था। लेकिन वह रात तक घर नहीं पहुंचा। परिजन बच्चे को रात तक ढूंढते रहे और इसी दौरान बच्चे की गायब होने की जानकारी पुलिस को दी।
जिस पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। साथ ही बच्चे के परिजनों से बात की, जिस पर परिजनों ने पड़ोसी मुन्ना व उसके कुछ साथियों पर बच्चे को बहला फुसलाकर ले जाने का शक व्यक्त किया। जिसके बाद पुलिस ने पड़ोसी रियाज सिद्दीकी उर्फ मुन्ना आदि के मोबाइल नंबर पता किए और उनकी लोकेशन ट्रेस की। इस दौरान हैरान करने वाली बात यह सामने आयी कि उक्त नम्बरों का मूवमेंट दिल्ली एनसीआर में में दिखा। जिस पर पुलिस को शक हुआ कि यह लोग बच्चे को लेकर यूपी से बाहर गये हैं।
पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने बताया कि जिसके बाद नोएडा, दिल्ली एनसीआर व बुलंदशहर आदि कई जगह पर पुलिस टीम के साथ कोऑर्डिनेशन किया गया। बताया कि विशेष रूप से डीसीपी नोएडा और उनकी क्राइम टीम के साथ काम किया गया। साथ ही जो मोबाइल नंबर दिल्ली की तरफ मूव हुए उनके लिए डीसीपी आउटर डिस्ट्रिक्ट से बात हुई। जिन्होंने भी अपनी एक टीम बच्चे की खोजबीन में लगा दी। जिसका नेतृत्व सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने किया।
उनके साथ लगातार हमारे सर्विलांस की टीम काम कर रहे थे। हमारी भी टीम लगातार आरोपियों के रूट को ट्रेस व सीसीटीवी को ट्रैक करते हुए रविवार की शाम लगभग 5 बजे दिल्ली की टीम से मिली। इसके बाद टीम ने जिस अभियुक्त अवधेश मिश्रा का नंबर ट्रेस हुआ था उसको पकड़ा और पूछताछ की। उसने बताया कि वह बच्चा गाड़ी में है वहां पर उसके तीन साथी दीपक गुप्ता ऐरवाकटरा, जतिन दिवाकर नांगलोई दिल्ली व रवी निहाल विहार दिल्ली भी है। बताया कि उसकी निशानदेही पर पश्चिम विहार में एक सफेद कलर गाड़ी बरामद की। जिसमें एक चैन खुला नीले रंग का ट्रॉली बैग मिला जिसे खोलकर देखा गया तो उसमें हांथ व पैर बंधे बच्चा था जिसकी दम घुटने से मौत हो चुकी थी।
फिर भी एक उम्मीद के तहत बच्चे को पास के ही अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस दौरान गाड़ी के पास मौजूद तीनों आरोपी मौका पाकर भागने लगे तो पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। बताया कि दिल्ली में बच्चे के शव को ट्राली बैग में बरामद करने के साथ वहां पर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। एसपी ने कहा कि ऐसा लगता है कि आरोपियों ने जब बच्चे को अपहरण किया, उसी समय ट्रॉली बैग में डाल दिया था।
बताया कि पकड़े गये चारों आरोपियों को उमरैन लाने के बाद उनसे पड़ोसी व अन्य साथियों को निश्चित स्थान बाऊखेडा के जंगल (आरोपियों के प्लान के तहत फिरौती लेने के लिए निर्धारित जगह) पर काल कर बुलाने को कहा। तो रियाज सिद्धीकी उर्फ मुन्ना, आशीष, अंकित व शोभन यादव वहां पर एक गाड़ी से पहुंचे। जिनके पास असलहा भी थे।
जिन्होंने पुलिस की गाड़ियां देखते ही उन पर फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के समय दिल्ली में पकड़े गये आरोपी भी भागने का प्रयास करने लगे। बताया कि जिस पर पुलिस ने जवाबी फायरिंग जिसमें आठों आरोपियों के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गये। जिसके बाद सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि मुन्ना के कहने पर उन्होंने पूरा प्लान बनाया। फिलहाल बच्चे का शव दिल्ली में मिलने के कारण वही पर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। एफआईआर में समुचित धाराओं की वृद्धि कर दी गई है।
