अमेठी: सीएमओ ने सीएचसी में नवजात शिशु की मौत की जांच डिप्टी CMO को सौंपी

अमेठी: सीएमओ ने सीएचसी में नवजात शिशु की मौत की जांच डिप्टी CMO को सौंपी

अमेठी, अमृत विचार। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिंहपुर में तैनात एक बहुचर्चित स्टाफ नर्स की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत और धनउगाही के मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। 

सीएमओ ने उक्त मामले की जांच डिप्टी सीएमओ को सौंपते हुये तीन दिनों में आख्या तलब की है।विकास खण्ड सिंहपुर की ग्राम पंचायत जेहटा उसरहा निवासी धर्मेन्द्र की पत्नी प्रसव पीड़ा से कराहते हुये सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिंहपुर पहुंची थी जहां पर प्रसूता ने नवजात शिशु को जन्म दिया जिसकी मौत हो गई थी। 

प्रसूता के परिजनों ने एक स्टाफ नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया था। परिजनों की मानें तो उक्त स्टाफ नर्स द्वारा दो हजार रुपया की वसूली कर ली गई और एक हजार आठ सौ पचास रुपये की बाहरी दवाएं भी लिख दी गई जिसके पर्चे भी परिजनों के पास मौजूद हैं। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अंशुमान सिंह ने बताया कि उप मुख्यमंत्री को सम्बोधित एवं मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को प्रतिलिपि के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिंहपुर में तैनात स्टाफ नर्स द्वारा प्रसव में लापरवाही एवं प्रसव के नाम पर अवैध वसूली के सम्बन्ध में शिकायत प्राप्त हुई है। 

सीएमओ ने बताया कि उक्त प्रकरण की जांच हेतु अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राम प्रसाद व उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पी के उपाध्याय को नामित किया गया है। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अंशुमान सिंह ने बताया कि उक्त शिकायती पत्र की छायाप्रति संलग्न करते हुये जांच टीम में नामित अधिकारी को निर्देशित किया जाता है कि प्रकरण की तीन कार्य दिवस में जांचकर आख्या उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें जिससे अग्रिम कार्यवाही की जा सके।सीएमओ के द्वारा उक्त पत्र जारी करते ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिंहपुर में सोमवार को दिनभर अफरा तफरी मची रही।

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