रामनगर: कॉर्बेट को मिला 23 करोड़ से अधिक का राजस्व
रामनगर, अमृत विचार। वियावन जंगल में बाघों की दहाड़ और हाथियों की चिंघाड़ के रोमांच से भरा कॉर्बेट नेशनल पार्क दुनिया में लोकप्रियता के नए आयाम छूता जा रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले एक साल में पर्यटन से सीटीआर ने 23 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त किया है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में करीब 10 करोड़ रुपये अधिक है।
बता दें कि बीते वित्तीय वर्ष 2023-24 में कॉर्बेट पार्क में कुल 3,40426 पर्यटक आये। इसमें 3,31375 भारतीय और 9051 विदेशी शामिल रहे। इन पर्यटकों से पार्क प्रशासन को कुल 23,4624373 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. धीरज पांडे ने बताया कि इस साल पर्यटन काफी बड़ा है। अधिक राजस्व पाने के पीछे इस साल पार्क में शुल्क वृद्धि भी सबसे बड़ी वजह है।
हालांकि वित्तीय वर्ष 2022-23 में कॉर्बेट पार्क में 3,65636 पर्यटक आए थे। इनसे कुल 13,1381197.81 रुपये की कमाई हुई थी। जबकि इस वित्तीय वर्ष में 3,40426 सैलानी पार्क आए, जो 25 हजार कम हैं। कम सैलानियों में कमाई बढ़ने के पीछे की वजह अक्टूबर से सफारी के परमिट शुल्क में वृद्धि है।
सफारी परमिट जो पहले 1350 रुपये था, अब 3340 रुपये हो गया है। कुल मिलाकर शुल्क वृद्धि के अलावा फॉरेस्ट में पर्यटन बढ़ना भी कारण है। पर्यटन के बेहतर प्रबंधन से राजस्व में वृद्धि हुई है। यह सीटीआर की टीम वर्क का नतीजा है।
